Anuj Singh Encounter: यूपी के सुलतानपुर में पिछले महीने सर्राफा कारोबारी के यहां हुई डकैती मामले में एक और आरोपी का एनकाउंटर हो गया है. सोमवार को सुबह 4 बजे के करीब यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस की जॉइंट टीम ने डकैती के आरोपी और एक लाख के इनामी अनुज प्रताप सिंह को मार गिराया. इससे पहले एसटीएफ ने 5 सितंबर को इसी केस में मंगेश यादव का एनकाउंटर का किया था. इस एनकाउंटर ने सियासी बवाल खड़ा कर दिया. अखिलेश यादव ने ये आरोप लगाए थे कि यह एनकाउंटर जाति देखकर किया गया है. अब जबकि एसटीएफ ने इस मामले में एक और एनकाउंटर कर दिया है, तो इसपर भी अखिलेश का तीखा रिएक्शन देखने को मिला है.
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अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर पर क्या बोले अखिलेश?
अखिलेश यादव ने सोमवार को अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंट की घटना के संदर्भ में एक्स पर एक पोस्ट लिखी है. इस पोस्ट में उन्होंने अनुज का नाम नहीं लिखा है लेकिन एनकाउंटर पर तीखे सवाल उठाए हैं. अखिलेश ने लिखा, 'सबसे कमज़ोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं. किसी का भी फ़र्ज़ी एनकाउंटर नाइंसाफ़ी है. हिंसा और रक्त से उप्र की छवि को घूमिल करना उप्र के भविष्य के विरूद्ध एक बड़ा षड्यंत्र है. आजके सत्ताधारी जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं चुने जाएँगे. इसीलिए वो जाते-जाते उप्र में ऐसे हालत पैदा कर देना चाहते हैं कि उप्र में कोई प्रवेश-निवेश ही न करे. उप्र की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसीका बदला ले रहे हैं. जिनका ख़ुद का कोई भविष्य नहीं होता, वही भविष्य बिगाड़ते हैं. निंदनीय!'
साफ है कि अखिलेश ने परोक्षा रूप से अनुज प्रताप सिंह के भी एनकाउंटर को फर्जी ही बताया है.
कौन था अनुज प्रताप सिंह जिसका हुआ एनकाउंटर?
आपको बता दें कि 28 अगस्त को सुलतानपुर शहर कोतवाली क्षेत्र के ठठेरी बाजार स्थित एक सर्राफा व्यवसायी की दुकान से जेवरात लूटे गये थे. सुलतानपुर में हुई डकैती के मामले में कुल 14 अभियुक्तों के नाम सामने आए, जिनमें से 11 अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है. इन 11 अभियुक्तों में अनुज प्रताप सिंह भी शामिल था. अमेठी के जनापुर गांव के रहने वाले अनुज पर इस मामले में एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था. मंगेश की तरह अनुज भी उन पांच अभियुक्तों में शामिल था जिन्होंने सर्राफा की दुकान में घुस कर लूटपाट की.
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