Kundarki Byelection: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. यहां पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. दोनों दलों के प्रत्याशी अपनी-अपनी तरफ से जोर-शोर से प्रचार में जुटे हुए हैं और मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं. कुंदरकी क्षेत्र में 60% से अधिक आबादी मुस्लिम समाज की है. इसके बावजूद, इस बार के चुनाव में भाजपा के प्रति लोगों का रुझान बढ़ता नजर आ रहा है. बता दें कि कुंदरकी में सपा ने मोहम्मद रिजवान को टिकट दिया है जबकि भाजपा ने रामवीर सिंह ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है.
ADVERTISEMENT
क्षेत्र के गांव मझोली खास के निवासियों का कहना है कि उन्होंने 20 वर्षों तक समाजवादी पार्टी का समर्थन किया, लेकिन उम्मीद के मुताबिक विकास नहीं हुआ. इस बार वे सत्ता में मौजूद सरकार को मौका देना चाहते हैं, ताकि यह देखा जा सके कि ढाई साल में क्या बदलाव आते हैं. अगर उन्हें संतोषजनक परिणाम मिलते हैं, तो 2027 के विधानसभा चुनाव में फिर से निर्णय लेंगे.
और क्या कहा लोगों ने?
कुंदरकी के लोगों का कहना है कि इलाके की सबसे बड़ी समस्या डींगरपुर रोड है, जो कई सालों से खस्ताहाल है और इसका सुधार नहीं हो पाया है. स्थानीय लोगों का मानना है कि क्षेत्र में सपा का विधायक होने और राज्य में भाजपा की सरकार होने के कारण विकास कार्यों में तालमेल की कमी रही है. इस बार मतदाता चाहते हैं कि भाजपा का विधायक चुनकर सत्ता और क्षेत्रीय प्रतिनिधि के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हो, जिससे कुंदरकी में विकास कार्य तेजी से हो सकें.
कुंदरकी के मतदाताओं का कहना है कि पहले वे सपा को वोट देते थे, लेकिन इस बार वे बदलाव देखना चाहते हैं. उनका मानना है कि अगर भाजपा का विधायक चुना जाता है, तो सत्ता में होने के कारण वह क्षेत्र की समस्याओं को हल करने में अधिक सक्षम होगा. खासकर, सड़कों की मरम्मत और अन्य बुनियादी सुविधाओं में सुधार की उम्मीदें मतदाताओं को भाजपा की ओर आकर्षित कर रही हैं.
ADVERTISEMENT