उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले योगी मंत्रिमंडल से स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी ने इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ-साथ कई बीजेपी विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी है. भारतीय जनता पार्टी में बीते दिनों मचे घमासान के बाद सोशल मीडिया पर अटकलों का बाजार गर्म हो गया था कि बीजेपी सांसद वरुण और मेनका गांधी ने भी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की है.
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आपको बता दें कि पिछले काफी दिनों से पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी अपनी ही पार्टी की सरकार पर लगातार हमलावर दिखे हैं. बीतें दिनों में वरुण ने अपनी पार्टी की सरकार से कुछ ऐसे सवाल पूछे थे, जिसके चलते ऐसे कयास लगने शुरू हो गए थे कि वरुण कभी भी बीजेपी का दामन छोड़कर कोई दूसरी पार्टी जॉइन कर सकते हैं. और वरुण के बागी तेवरों के चलते ही सोशल मीडिया पर खबर उड़ी थी कि उन्होंने और उनकी मां मेनका गांधी ने एसपी चीफ अखिलेश से मुलाकात की है.
वरुण और मेनका गांधी से मुलाकात की अटकलों पर विराम लगाते हुए अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि उनकी वरुण और मेनका गांधी से न कोई मुलाकात हुई है और न ही कोई बात हुई है.
इसके अलावा अखिलेश ने बीजेपी की ओर से अपने विधायकों के टिकट काटने पर कहा, “अब मैं किसी भी टिकट कटने वाले को नहीं लूंगा. कोई और मंत्री बीजेपी से एसपी में नहीं आएगा.”
पिछले दिनों वरुण हुए थे कोरोना संक्रमित
आपको बता दें कि वरुण गांधी ने 9 जनवरी को ट्वीट कर बताया था कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. हालांकि अब तक इस बारे में कोई खबर सामने नहीं आ सकी है कि वरुण की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है या नहीं.
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