बांदा जेल में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के मुख्तार अंसारी से मिलने के बाद अब इस मामले पर सियासत तेज हो गई है. जहां एक तरफ यूपी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस मुलाकात को लेकर एसबीएसपी और उसकी नई सहयोगी समाजवादी पार्टी (एसपी) पर हमला बोला है, वहीं दूसरी तरफ ओपी राजभर ने बीजेपी पर पलटवार किया है.
ADVERTISEMENT
यूपी सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता अनिल राजभर ने 3 नवंबर को कहा, ”पूर्वांचल के मऊ में एक रैली कुछ दिन पहले हुई थी. मैंने उसी दिन कहा था कि ये रैली गुंडे और माफियाओं की ताकत के बदौलत हुई है. उस रैली को एसपी ने प्रायोजित किया था, उसमें माफियाओं का संसाधन लगा था.”
इसके आगे उन्होंने कहा,
-
”कल बांदा जेल में ओम प्रकाश राजभर की मुलाकात पूर्वांचल के माफिया के साथ हुई. हमारे लगाए आरोप सही साबित हुए. गुंडों-माफियाओं की ताकत से रैली करके पूरे राजभर समाज को अपमानित किया गया है. हमारे द्वारा कही गई बात अक्षरश: सही साबित हुईं.”
-
”जब माफियाओं के संसाधन का उपयोग करेंगे तो हिसाब-किताब देने के लिए जाना ही पड़ेगा. ये कभी पिछड़ों का हार बनने की कोशिश करते हैं. एक तरफ मुख्तार अंसारी जैसे माफिया के राजनीतिक दलाल की भूमिका निभाने का काम करते हैं.”
-
”ये लोग राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. मुख्तार अंसारी कैसे जीत जाए, उसका ताना-बाना एसपी रच रही है. ओम प्रकाश राजभर उर्फ असलम राजभर को आगे करके मुख्तार अंसारी को फिर विधायक बनाने की तैयारी कर रही है.”
अनिल राजभर ने कहा, ”एसपी के जाल में फंसकर माफियाओं की राजनीति की दलाली करते-करते ओम प्रकाश राजभर डीलर बन गए. अब एजेंट बनकर काम कर रहे हैं. इनका काम यही रह गया है. गरीबों के सपनों के सौदागर बन अपने और अपने परिवार के लिए राजनीति कर रहे हैं.”
ओपी राजभर का बीजेपी पर पलटवार
अंसारी से मुलाकात पर उठ रहे सवालों के बीच ओपी राजभर ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है. ओपी राजभर ने कहा है, ”अंसारी से मेरी मुलाकात पर सवाल करने वाले बताएं कि बीजेपी में कितने माफिया और अपराधी हैं.” राजभर ने बीजेपी को अपराधियों का संरक्षण देने वाला बताया है.
उन्होंने कहा, ”अंसारी मेरे 18-19 साल पुराने मित्र हैं और जब मैं (योगी आदित्यनाथ) सरकार में मंत्री था तब भी उनसे मिलने जाता था.”
अंसारी को लेकर ओपी राजभर ने कहा, ”वह अपने दम पर चुनाव जीत सकते हैं. वह जहां भी चुनाव लड़ने का फैसला करेंगे, मैं व्यक्तिगत रूप से उनका समर्थन करूंगा.”
राजभर ने कहा कि सरकार आंकड़ा जारी करे कि प्रदेश में कितने माफिया और अपराधी हैं और कितने उनकी पार्टी में हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार खुद कहती है कि मुकदमा दर्ज होना और अदालत से सजा का ऐलान होना, दोनों अलग-अलग बातें हैं. राजभर ने कहा कि कोर्ट जब तक सजा का ऐलान ना कर दे तब तक किसी को अपराधी नहीं मान सकते.
राजभर ने आरोप लगाया, ”मेरी जान को खतरा है इसीलिए तिंदवारी में मेरी गाड़ी दरोगा से चेक कराई गई. बीजेपी वाले मेरी गाड़ी में चरस गांजा रखवा कर मुझे किसी भी तरह फंसा सकते हैं.”
मुख्तार की ताकत से अखिलेश की मदद करेंगे राजभर? बांदा जेल में हुई मुलाकात के मायने समझिए
ADVERTISEMENT