बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने 23 अगस्त को बड़ी बैठक बुलाई थी. इसमें पार्टी के सभी कोऑर्डिनेटर्स, जिलाध्यक्ष और बड़े नेताओं को बुलाया गया था. 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यह बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में बसपा के नए नवेले ‘पोस्टर बॉय’ इमरान मसूद (Imran Masood) शामिल नहीं हुए, क्योंकि उन्हें मीटिंग में नहीं बुलाया गया था.
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इस बैठक में नहीं शामिल होने से जुड़े सवाल पर यूपीतक से बातचीत में इमरान मसूद ने कहा कि ‘मायावती की मीटिंग की जानकारी उनके पास थी. लेकिन बहन जी ने नहीं बुलाया. बहन जी को जरूरत होगी, तो मुझे बुलाएंगी.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं बसपा के लिए एसेट हूं, मैं बोझ नहीं हूं. ऐसे में पार्टी को मेरा ख्याल रखना होगा.’
इमरान मसूद ने समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा,
“चुनाव के वक्त अखिलेश यादव घमंड़ में थे कि हम चुनाव जीतने वाले हैं. मैं बहुत कष्ट में समाजवादी पार्टी में गया था. मेरे समर्थकों का भारी दवाब था. इसलिए सपा में गया. उन्होंने मुझे टिकट देने का वादा किया था, लेकिन दिया नहीं. अखिलेश यादव बड़े नेता हैं, उनको अपना दिल भी बड़ा रखना चाहिए.”
इसके अलावा इमरान मसूद ने सुभासपा चीफ ओम प्रकाश राजभर पर हमला बोलते हुए कहा कि अखिलेश यादव को लेकर ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अखिलेश यादव व्यक्तिगत तौर पर कभी गलत पेश नहीं आते हैं.
इमरान मसूद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से अपने रिश्ते को लेकर कहा कि राहुल गांधी को बहुत नेक दिल इंसान हैं. प्रियंका गांधी से मेरे रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं. हालांकि, कांग्रेस जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी में बसपा में हूं. जब तक बसपा में हूं, तब तक मैं बहन जी का सिपाही हूं. अभी मैं कहीं नहीं जा रहा हूं. हालांकि, वो कांग्रेस और बसपा के गठबंधन की वकालत करते हैं. कहते हैं कि देश के संविधान को बचाने के लिए सबको एक जुट होना पड़ेगा.
(ऊपर दिए गए वीडियो पर क्लिक कर आप इमरान मसूद का पूरा इंटरव्यू देख सकते हैं.)
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