उत्तर प्रदेश के देवरिया सदर से भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी समेत दस लोगों के विरुद्ध कोर्ट के आदेश पर सीआरपीसी 156 – 3 के तहत थाना गौरीबाजार पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है. सपा प्रत्याशी रहे अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू के बड़े भाई प्रकाश सिंह ने मुकदमा नहीं लिखे जाने के बाद कोर्ट की शरण ली थी. इधर कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि कोर्ट के आदेश का सम्मान है.
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कोर्ट के आदेश पर भाजपा विधायक शलभ मणि, संजय केडिया, मयंक ओझा, सुनील ओझा, सिद्धार्थ ओझा, मुकेश शर्मा, सर्वेश मिश्रा, कमलेश मिश्रा, प्रमोद सिंह और महृषि मणि के खिलाफ 147,148,149,307,395,352,323 और 504 के तहत विभिन्न धाराओं में थाना गौरी बाजार थाने में केस दर्ज किया गया है. मामले में विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा- मैं मौके पर नहीं था, इस घटना से जुड़ा बच्चा-बच्चा जानता है.
शलभ मणि ने कहा कि मेरा सरकारी गनर भी इस बात का गवाह है कि कार्यकर्ताओं पर हमले की सूचना मिलने के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिदेशक से बात करते हुए मौके पर गया था. उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले और अपमान का विरोध करने के लिए मैं ऐसे सैकड़ों केस झेलने को भी तैयार हूं.
गौरतलब है कि देवरिया जिले में तीन मार्च को मतदान होना था. इसके पहले सभी राजनैतिक दल अपने वोटरों को सहेजने में लगे हुए थे. चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी शलभ मणि का प्रचार कर रहे गोरखपुर निवासी मयंक ओझा और सुनील ओझा अपने कुछ साथियों के साथ 2 मार्च की रात देवरिया विधानसभा के कर्माजीतपुर के पगरा टोला में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुचे थे. यहां भोजन का कार्यक्रम था. इसी दौरान अफवाह फैली कि पैसा और शराब बांटकर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास भाजपा के लोग कर रहे हैं.
सपा प्रत्याशी के बड़े भाई मौके पर पहुंचे
यह सुन कर सपा प्रत्याशी के बड़े भाई प्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे और अपने भाई सपा प्रत्याशी अजय प्रताप को फोन भी किया. अगले कुछ मिनटों में सपा प्रत्याशी व समर्थक आठ-दस की संख्या में पहुच गए और दोनों समर्थकों में जमकर मारपीट हुई. जानलेवा हमला हुआ. भाजपा समर्थक की पिस्टल लूट ली गयी थी. इसमे भाजपा पक्ष केआधा दर्जन लोग घायल हुए थे. सपा पक्ष के कुछ लोगों को चोट आई थी.
सपा प्रत्याशी के खिलाफ दर्ज हुआ था मामला
इसमें भाजपा समर्थक मयंक ओझा की तहरीर पर गौरीबाजार पुलिस ने 147,148,149,323,352,506,307,395 के तहत सपा प्रत्यशी अजय प्रताप सिंह पिंटू, प्रकाश सिंह, ज्ञान प्रकाश सिंह, पिंटू, हर्ष शर्मा, रघुराज, राजू और धनेश व तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था, लेकिन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के भाई द्वारा दी गयी तहरीर पर पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया. यहां तक कि प्रकाश दौड़ते रहे, लेकिन तत्कालीन एसपी ने भी एक नहीं सुनी. इधर पुलिस ने सभी आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये इनाम की घोषणा भी कर दी.
खटखटाना पड़ा अदालत का दरवाजा
सपा प्रत्याशी के बड़े भाई प्रकाश सिंह ने कोर्ट की शरण ली और अब माननीय न्यायालय के आदेश पर सीआरपीसी 156-3 के अंतर्गत माननीय न्यायालय में दायर किये गए. थाना गौरीबाजार पुलिस ने भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी, संजय केडिया, मयंक ओझा, सुनील ओझा, सिद्धार्थ ओझा, मुकेश शर्मा, सर्वेश मिश्रा, कमलेश मिश्रा, प्रमोद सिंह और महृषि मणि के खिलाफ 147,148,149,307,395,352,323 और 504 के तहत विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया है.
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