Uttar Pradesh News : लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की सियासी तपिश महसूस की जा रही है. सूबे की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां, सियासी अखाड़े में दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हैं. वहीं उपचुनाव के पहले यूपी की राजनीति में एक नया मोड़ उस समय आया जब जेल में बंद सपा नेता अब्दुल्लाह आजम से मिलने आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर पहुंच गए. इस मुलाकात की चर्चा इसलिए और भी जोरों पर है क्योंकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव, सोमवार को आजम खान के परिवार से मिलने जाने वाले हैं. वहीं इससे पहले ही चंद्रशेखर आजाद ने आजाम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम से मुलाकात कर ली. ऐसे में उपचुनाव के बीच इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
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अब्दुल्लाह से मिलने पहुंचे चंद्रशेखर
बता दें कि सोमवार को आजाद समाज पार्टी के चीफ और यूपी के नगीना से सांसद चंद्रशेखर अचानक हरदोई के जिला कारागार में बंद सपा नेता अब्दुल्लाह आजम से मिलने पहुंचे. अब्दुल्ला आजम 22 अक्टूबर 2023 से हरदोई जिला कारागार में जन्म प्रमाण पत्र के मामले बन्द हैं. बता दें कि साल भर से जेल में बंद आजम खान से मिलने सपा का कोई बड़ा नेता नहीं पहुंचा और न ही आजम खान की पत्नी तजीन फात्मा के जेल से बाहर आने के कोई मिला. ऐसे में उपचुनाव के बीच आजम परिवार से अखिलेश यादव की होने वाली मुलाकात से पहले चंद्रशेखर आजाद अब्दुल्लाह आजम से मिलने पहुंच गए.
संसद से सड़क तक लड़ेंगे परिवार की लड़ाई
वहीं मुलाकात के चंद्रशेखर ने कहा कि, 'वे सड़क से लेकर संसद तक आजम खान के परिवार की लड़ाई को लड़ेंगे और उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने सत्ता में बैठे लोगों पर आरोप लगाया कि वे सत्ता के अहंकार में उनके मित्र का दमन कर रहे हैं और तमाम लोग इस अन्याय का तमाशा देख रहे हैं. अब्दुल्ला की जान की सलामती के लिए वे दुआ करते हैं, और अगर इस तरह कोई षड्यंत्र रचा गया तो वे सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे.' उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब्दुल्ला आजम से उनके रिश्ते सियासी नहीं हैं बल्कि व्यक्तिगत हैं क्योंकि अब्दुल्ला उनके मित्र हैं. चंद्रशेखर ने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अच्छे नेता हैं और आज उन्हें परिवार की याद आई, इसलिए वे मिलने गए.
समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुस्लिम चेहरे, आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम, और उनकी पत्नी तजीन फात्मा को हाल ही में सेशन कोर्ट द्वारा दोषी ठहराया गया है. यह मामला अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्रों से जुड़ा था. अदालत के फैसले के बाद, आजम खान और अब्दुल्ला आजम को जेल भेज दिया गया है. आजम खान अभी सीतापुर जेल में हैं, जबकि अब्दुल्ला आजम हरदोई जेल में बंद हैं. हालांकि, तजीन फात्मा को उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी है, जिससे वह जेल से बाहर हैं.
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