यूपी उपचुनाव में सपा के बराबर सीटों पर लड़ने की कांग्रेस की तैयारी! अजय राय ने बता दिया पूरा प्लान

संतोष शर्मा

21 Jul 2024 (अपडेटेड: 21 Jul 2024, 04:56 PM)

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाले है. विधानसभा के उपचुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने कमर कसनी शुरू कर दी है.

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Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाले है. विधानसभा के उपचुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने कमर कसनी शुरू कर दी है. पक्ष-विपक्ष में खूब खींचा तानी देखने को मिल रही है. यूपी विधानसभा उपचुनाव को लेकर एक तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी टीम बना ली है तो दूसरी तरफ सपा-कांग्रेस एक बार फिर साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. वहीं उपचुनाव को लेकर  कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एक बड़ा बयान दिया है. 

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उपचुनाव को लेकर अजय राय का बड़ा दावा

उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव की 10 सीटों पर तैयारियां तेज है. इसी बीच यूपी तक से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि, 'कांग्रेस आगामी उपचुनाव में 5 सीटों पर अपनी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी. हमने सभी 10 विधानसभा सीटों से कार्यकर्ताओं को बुलाया था, लेकिन हमने 5 सीटों पर ही विचार किया है. जो 5 सीटें भाजपा और उनके सहयोगी दलों के पास थीं, हम उन 5 सीटों के लिए तैयारी कर रहे हैं.'

भाजपा को घेरा 

अजय राय ने हाल ही में सात राज्यों में हुए उपचुनाव के परिणामों का जिक्र करते हुए कहा कि,  'जब उपचुनाव सत्ता का होता है, तो 7 राज्यों में 13 जगह पर हुए उपचुनावों के नतीजे देखिए. उत्तराखंड में भाजपा की सरकार होने के बावजूद बीजेपी बद्रीनाथ और हरिद्वार की दोनों सीटें हार गई. सत्ता को जनता पसंद करती है, क्योंकि उन्हें लगता है कि सत्ता में रहकर काम करेंगे. लेकिन अब भाजपा का इतना विरोध है कि उत्तर प्रदेश में भी वही हाल होगा. भाजपा सभी 10 सीटें हारेगी और गठबंधन ये सीटें जीतेगा.'

नेमप्लेट विवाद पर कही ये बात

वहीं कावड़ यात्रा नेमप्लेट विवाद पर अजय राय ने कहा कि, 'बीजेपी यह कांवड़ यात्रा के लिए नया नियम यात्रा से पहले लाना चाहिए था. कभी यात्रा में कोई दिक्कत नहीं आई, इस देश में एक दूसरे के साथ लोग खड़े रहे हैं. कहीं पर भी किसी को कष्ट देने की बात नहीं आई. लेकिन, BJP केवल लोगों को बांटने का काम करती है. कांवड़ यात्रा में हर जाति साथ रहती है. पिछड़ी हो, अनुसूचित हो, ब्राह्मण हो, ठाकुर हो, हर वर्ग कांवड़ यात्रा में खड़ा रहता है. हिंदू मुस्लिम सब एक दूसरे के साथ रहते थे.'

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