Irfan Solanki News: कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी को लेकर सोशल मीडिया पर एक बड़ा दावा किया जा रहा है. दरअसल, दावा यह है कि इरफान सोलंकी को कोर्ट से जमानत मिल गई है और वह जेल से छूट गए हैं. मालूम हो कि इरफान सोलंकी की विधायकी जाने के बाद सीसामऊ में उपचुनाव हो रहा है और सपा ने उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को अपना उम्मीदवार बनाया है. अब आप खबर में आगे जानिए क्या वाकई इरफान सोलंकी जेल से छूट गए हैं, या ये फेक न्यूज है?
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सबसे पहले जानें क्या है दावा?
जयसिंह यादव नामक शख्स ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "जेल का ताला टूट गया, हमारा शेर #इरफान_सोलंकी छूट गया. आखिर यह बात अंधभक्त कब समझेंगे की ईश्वर के घर देर है अंधेर नहीं."
क्या है सच्चाई?
बता दें कि इरफान सोलंकी को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भले ही जमानत दे दी हो, लेकिन इसके बावजूद वे फिलहाल जेल से रिहा नहीं हो पाएंगे. उनके खिलाफ कानपुर के विभिन्न थानों में कुल 18 मुकदमे दर्ज थे. इनमें से 11 मामलों में इरफान सोलंकी को या तो कोर्ट ने बरी कर दिया है या पुलिस जांच में फाइनल रिपोर्ट लगाकर क्लीन चिट दे दी गई है. इरफान सोलंकी पर दर्ज 18 मामलों में 7 केस अब भी लंबित हैं. इनमें से दो प्रमुख मामले ऐसे हैं जिनमें उन्हें अभी तक जमानत नहीं मिल पाई है.
पहला मामला गैंगस्टर एक्ट के तहत कानपुर पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है, जबकि दूसरा मामला फर्जी आधार कार्ड का है. इन दोनों मामलों में जमानत न मिलने के कारण इरफान सोलंकी को जेल में रहना पड़ेगा. इसका मतलब यह है कि 20 नवंबर को सीसामऊ में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में इरफान सोलंकी प्रचार नहीं कर पाएंगे.
इससे से यह पता होता है कि सोशल मीडिया पर इरफान सोलंकी को लेकर जो दावा चल रहा है वे गलत है. यूपी Tak की पड़ताल में यह खबर फर्जी साबित हुई है.
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