UP Byelection News: देश में जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होंगे तब सम्भवता यूपी में भी 10 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी. यूपी में होने वाले उपचुनाव को लेकर माहौल टाइट है. लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से सपा का कॉन्फिडेंस हाई है और पार्टी प्रमुख अखिलेश का दावा है कि वह उपचुनाव में 10 की 10 सीटों पर फतह हासिल करेंगे. दूसरी तरफ यूपी में लोकसभा चुनाव में झटका खाने वाली भाजपा ने भी उपचुनाव के लिए कमर कस ली है. मालूम हो कि बीते दिनों इंडिया टुडे के मशहूर मूड ऑफ द नेशन (MOTN) सर्वे के अगस्त के आंकड़े सामने आए थे. इन आंकड़ों में इस सवाल का जवाब मिला था कि अगर अगस्त में चुनाव हुए तो यूपी में NDA और 'INDIA' में कौन रहेगा आगे? ऐसे में आप विधानसभा उपचुनाव से पहले इंडिया टुडे के सर्वे पर एक नजर डाल इस बात का अनुमान लगा सकते हैं कि यूपी में लोगों का अभी किस ओर रुझान है?
ADVERTISEMENT
सीएम योगी और अखिलेश में कौन आगे?
मूड ऑफ द नेशन सर्व के आंकड़े के अनुसार, उत्तर प्रदेश में अगर अगस्त में चुनाव होते तो इंडिया गठबंधन, NDA से आगे रहता. सर्वे में NDA को 39 जबकि इंडिया गठबंधन के खाते में 40 सीटें जानें की संभावना जताई गई थी. NDA में भाजपा को 35, जबकि अपना दल (सोनेलाल) को 2 और रालोद के खाते में भी 2 सीटें जाने की बात सामने आई थी. वहीं, इंडिया गठबंधन में सपा को 34 और कांग्रेस को 6 सीटें मिलने का अनुमान था. मायावती के नेतृत्व वाली बसपा को फिर से 0 सीटे मिलने की बात कही गई थी. दूसरी तरफ अन्य को एक सीट मिलने का अनुमान लगाया गया था.
खाली हुई 10 सीटों में से पांच सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी सपा के पास थीं. वहीं, फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर भाजपा के पास थीं. मीरापुर सीट भाजपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के पास थी. करहल सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के कारण खाली हुई है, जबकि कटेहरी (अंबेडकर नगर) सीट पार्टी के लालजी वर्मा के अंबेडकर नगर लोकसभा सीट से चुने जाने के कारण खाली हुई है.
किन सीटों पर होगा उपचुनाव?
उत्तर प्रदेश की जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मिल्कीपुर (अयोध्या), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल हैं. इन सीटों में से नौ सीट लोकसभा चुनाव में सपा विधायकों के सांसद चुने जाने के कारण खाली हुई हैं, जबकि सीसामऊ सीट सपा के इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में जेल की सजा होने के बाद उनकी सदस्यता रद्द होने के कारण खाली हुई है.
ADVERTISEMENT