Up Politics: उत्तर प्रदेश की सियासत में इस समय भारी हलचल नजर आ रही है. दिल्ली में लोकसभा सत्र और लखनऊ में विधानसभा सत्र के दौरान ऐसा बहुत कुछ हुआ है, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है. पिछले कुछ महीनों से राष्ट्रीय लोकदल (RLD) चीफ जयंत चौधरी (Jayant Singh) को लेकर कई तरह की चर्चाएं की जा रही हैं. जयंत का कहना है कि वह महागठबंधन के साथ ही हैं. मगर बीच-बीच में ऐसी चर्चाएं चल पड़ती हैं कि वह भाजपा (BJP) के साथ भी जा सकते हैं.
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इसी बीच जयंत चौधरी की दिल्ली सर्विस बिल पर वोटिंग के वक्त गैर मौजूदगी ने एक बार फिर कई सवालों को जन्म दे दिया है. सियासी हलकों में एक सवाल आम हो गया है कि क्या जयंत ने बीजेपी से गठबंधन के दरवाजे अभी खोल रखे हैं! इसी बीच हाल ही में एक तस्वीर भी काफी वायरल हुई है. तस्वीर में आरएलडी विधायक मुख्यमंत्री योगी के साथ मुलाकात करते हुए दिख रहे हैं. इस तस्वीर ने भी इन कयासों को हवा दी है. ऐसे में हर किसी के मन में सवाल है कि क्या सचमुच आरएलडी और बीजेपी के बीच कोई खिचड़ी पक रही है?
रालोद विधायकों ने की सीएम योगी के साथ मुलाकात
बता दें कि बीते बुधवार शाम विधानसभा के मुख्यमंत्री चेंबर में आरएलडी के विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इसकी तस्वीर भी सामने आई. आधिकारिक तौर पर आरएलडी की तरफ से यह बताया गया कि किसानों के गन्ना मूल्य, गन्ना की कीमतों में बढ़ोतरी, बाढ़ से जूझ रहे किसानों को राहत देने के लिए रालोद विधायकों ने सीएम योगी से मुलाकात की है. RLD की तरफ से बताया गया है कि ये मुलाकात सियासी नहीं बल्कि सिर्फ किसान हितों की मांग को लेकर की गई थी.
जयंत को लेकर फिर चर्चाओं का बाजार हुआ गर्म
रालोद विधायकों की योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की तस्वीरें बाहर आने के साथ ही एक बार फिर जयंत को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. दरअसल इन कयासों के पीछे कुछ ठोस वजह भी हैं. दिल्ली सर्विसेज बिल पर जयंत चौधरी की गैर मौजूदगी खासा चर्चाओं का कारण रही है. जयंत को नहीं देखकर भाजपा ने राहत की सांस ली थी. योगी सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा था कि अब जयंत चौधरी को सूट सिलने की तैयारी करनी चाहिए. चौधरी के बयान का अर्थ निकाला जा रहा था कि अब जयंत को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए तैयार हो जाना चाहिए. इसी के साथ ओमप्रकाश राजभर ने भी कहा था कि देर-सबेर जयंत एनडीए के साथ ही आएंगे.
बहरहाल इस मुलाकात में कोई सियासी बात तो नहीं हुई है, लेकिन हर मुलाकात और तस्वीर कोई न कोई संदेश छोड़ती ही हैं. हालांकि आरएलडी के प्रवक्ता अनिल दुबे ने यह साफ किया है की जयंत चौधरी मजबूती से इंडिया गठबंधन में बने हुए हैं. वह इंडिया गठबंधन छोड़कर कहीं नहीं जा रहे. मुंबई की अगली मीटिंग में भी वह शामिल होंगे और बाकी यह तमाम बातें सिर्फ कयासबाजी हैं और कुछ नहीं. अब देखना ये होगा कि क्या यह सिर्फ सियासी कयास हैं या इनमें कोई सच्चाई है.
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