यूपी में होने वाले उपचुनाव में 'अजगर' फॉर्मूले पर आगे बढ़ेगी जयंत की पार्टी, इतनी सीटों पर ठोकेगी दावेदारी

सत्यम मिश्रा

14 Jul 2024 (अपडेटेड: 14 Jul 2024, 06:54 PM)

UP Politics: लोकसभा चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश के सियासी दलों की नजर यहां होने वाले उपचुनाव पर हैं. दरअसल यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं.

रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी

रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी

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UP Politics: लोकसभा चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश के सियासी दलों की नजर यहां होने वाले उपचुनाव पर हैं. दरअसल यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इन उपचुनावों को काफी अहम माना जा रहा है. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों में हलचलें तेज है सभी पार्टियां शाम दाम दंड भेद के हथकंडे अपना कर होने वाले उपचुनाव की सभी सीटें जीतना चाहती हैं. एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी 10 सीटों में से 9 सीटों पर अपनी दावेदारी कर रही है तो वहीं भाजपा का सहयोगी गठबंधन राष्ट्रीय लोकदल अपनी मीरापुर सीट के अलावा दो अन्य सीटों पर दावेदारी करती हुई दिखाई दे रही है.

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इतने सीटों पर RLD ठोकेगी अपनी दावेदारी

आरएलडी के लोकसभा प्रत्याशी रहे चंदन चौहान के सांसद बनने पर मीरापुर विधानसभा सीट खाली हो गई है, जिसके चलते आरएलडी इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी लेकिन इसके बावजूद वह दो अन्य सीटों की दावेदारी कर रही है. आरएलडी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि अलीगढ़ की खैर सेट और गाजियाबाद की सदर सीट पर राष्ट्रीय लोकदल की मजबूती है क्योंकि खैर सीट पर आरएलडी का ही प्रत्याशी जीता आया है.ऐसे में अगर खैरपुर और गाजीपुर की सदर सीट पर भाजपा से बात बन जाती है तो हम उसे जीत सकते हैं. इससे एलायंस को ही फायदा होगा. 

RLD के राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्रा

अपनाएगी अजगर फार्मूला 

आरएलडी के राष्ट्रीय सचिव ने आगे बताया कि,आरएलडी का अपना राजनैतिक विस्तार कर रही है. जिसके चलते संघात्मक बदलाव भी किए जाएंगे. साथी जो लोग पार्टी में निष्क्रिय हैं या आरएलडी से दूरी बना लिए या किसी और दाल में चले गए हैं, उनसे संपर्क साधा जाएगा. ताकि पुनः आरएलडी में उनकी वापसी हो सके, जिससे पार्टी को और मजबूती मिलेगी. उन्होंने कहा कि, 'पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी अपने दादा चौधरी चरण सिंह के आजमाए ‘अजगर’ फार्मूले को नए अर्थ-तेवर में काम कर रहे हैं. इससे राजनीतिक राह की लाठी को मजबूती मिलेगी और एलायंस को भी अतिरिक्त ऊर्जा मिलेगी.' बता दें कि, अजगर फार्मूले में ‘अ को अहीर, अनुसूचित और अगड़ा’ तीनों को साथ लेकर चलेगी. इसके अलांवा ' ज' जाट, ' ग' गुर्जर और 'र' से राजपूत पर और अधिक काम करेगी. 

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