रघुराज सिंह शाक्य को भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया है. रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) का सियासी सफर समाजवादी पार्टी से शुरू हुआ था. छात्र जीवन में रघुराज सिंह शाक्य लोहिया वाहिनी के कार्यकर्ता हुआ करते थे और समाजवादी पार्टी के लिए काम करते थे.
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रघुराज का जन्म जसवंतनगर विधानसभा के धौलपुर खेड़ा गांव में एक जुलाई 1968 को हुआ था. रघुराज सिंह शाक्य, शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीबी हैं. शिवपाल सिंह के अलग होने पर उन्होंने समाजवादी पार्टी भी छोड़ दी थी. उसके बाद वह शिवपाल सिंह का राजनीतिक दल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रदेश कार्यकारिणी में प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रवक्ता के पद पर भी रहे.
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से जब टिकट नहीं मिला तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को ज्वॉइन कर लिया और सदर सीट से बीजेपी के लिए काम करने लगे. राजनीतिक दृष्टि से इटावा, मैनपुरी, कन्नौज और आसपास के क्षेत्रों में शाक्य समाज की लोगों में रघुराज एक अच्छा प्रभाव रखते हैं और कहा जाता है कि रघुराज के कहने पर वोट प्रभावित होता है.
समाजवादी पार्टी में स्वर्गीय नेताजी मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे और शिवपाल सिंह के राजनीतिक शिष्य रहे रघुराज सिंह शाक्य शिवपाल सिंह को अपना आदर्श मानते हैं. हालांकि अब वह भाजपा में है लेकिन राजनीतिक गुरु कहने से नहीं झुकते हैं.
रघुराज सिंह शाक्य सन 1999 और सन 2004 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए थे. दो बार सांसद रहे रघुराज सन 2012 में भी सपा के टिकट पर इटावा सदर सीट से विधानसभा में चुनकर विधायक भी बने थे. सामाजिक तौर पर साफ-सुथरी छवि रखने वाले रघुराज सिंह शाक्य पर भारतीय जनता पार्टी ने मैनपुरी के उपचुनाव पर लोकसभा का टिकट देकर एक दांव लगाया है. हालांकि, शाक्य समाज रघुराज को कुछ हद तक अपना नेता मानती है.
रघुराज सिंह शाक्य को भाजपा ने क्यों चुना?
मैनपुरी लोकसभा की बात की जाए तो पूरे लोकसभा में यादव समाज के बाद दूसरे नंबर पर शाक्य समाज के लोगों की संख्या है. जाति आंकड़ों के आधार पर यादव वोटर्स को साधने के साथ-साथ पिछड़ा वर्ग के वोटर्स को लुभाने और वोट पाने के लिए रघुराज सिंह शाक्य को टिकट देना एक अच्छा निर्णय साबित हो सकता है.
वहीं दूसरी तरफ लोकसभा क्षेत्र के ही जसवंत नगर विधानसभा सीट के मतदाताओं में भी सेंध लगाने की कोशिश हो सकती है, क्योंकि मूल रूप से वह जसवंत नगर विधानसभा के धौलपुर खेड़ा गांव के निवासी है.
प्रमुख बात वह समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे इसके साथ-साथ शिवपाल सिंह के शिष्य होने की वजह से दूसरी ओर समाजवादी पार्टी से चाचा भतीजे के मनमुटाव और शिवपाल सिंह की नाराजगी का भी बड़ा फायदा रघुराज सिंह को मिल सकता है, जिससे भारतीय जनता पार्टी मैनपुरी में कमल खिला सकती है और राजनीतिक अनुभव के तौर पर रघुराज सिंह शाक्य दो बार के सांसद और एक बार के विधायक होने पर आम जनता के बीच में अपनी बात रखने की एक कला भी मौजूद है.
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