Meerapur Exit Poll: मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहे हैं. यहां से एनडीए ने रालोद की तरफ से मिथलेश पाल को टिकट दिया है तो वही समाजवादी पार्टी ने सुंबुल राणा को मैदान में उतारा है. इस सीट पर बसपा की तरफ से शाहनजर हैं तो वहीं नगीना सांसद और आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर ने जाहिद हुसैन पर दांव लगाया है.
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अब जब मीरापुर में मतदान खत्म हो गया है तो UP Tak ने मीरापुर के वरिष्ठ पत्रकारों से बात की और जाना कि इस बार यहां की जनता के मन में क्या है और उसने किस पर भरोसा जताया है.
ये बोले पत्रकार
वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र का कहना है कि यहां से एनडीए उम्मीदवार मिथलेश पाल मजबूत हैं. यहां से एनडीए के खिलाफ बसपा-सपा और आजाद समाज पार्टी ने मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारा है. असदुद्दीन ओवैसी की जनसभा में भी यहां जबरदस्त भीड़ थी. ऐसे में यहां मुस्लिम वोट में बिखराव हुआ है. ऐसे में मिथलेश पाल मजबूती के साथ चुनाव लड़ी हैं. दूसरी तरफ पिछड़ा वर्ग भी एकजुट होकर मिथलेश पाल के साथ जाता हुआ दिखा है.
पत्रकार अमित ने बताया कि, यहां ओवैसी उम्मीदवार ने सपा उम्मीदवार को नुकसान दिया है. यहां मिथलेश पाल काफी मजबूत दिख रही हैं. मुस्लिम वोट में बिखराव हुआ है. मुख्यमंत्री योगी का हिंदू वोटर्स में काफी असर है.
पत्रकार आशुतोष का कहना है कि मिथलेश पाल पिछड़ा, दलित और सामान्य वर्ग के साथ चुनावी मैदान में थी. मिथलेश पाल को लोगों का पूरा समर्थन मिला है. दूसरी तरफ सपा-बसपा और अन्य दलों ने मुस्लिम नेताओं को ही मैदान में उतारा है. ऐसे में मुस्लिम वोट में बिखराव हुआ है. आशुतोष ने बताया कि उन्हें ये चुनाव मिथलेश पाल की तरफ जाता हुआ दिख रहा है.
पत्रकार अभिषेक का कहना है कि इस बार मुस्लिम वोट यहां 4 हिस्सों में बंटा है. अगर ये सारा वोट एक ही प्रत्याशी को चला जाता तो टक्कर हो जाती. मगर ये वोट बंटा है, इसलिए मिथलेश पाल यहां मजबूत दिख रही हैं.
2022 का ये था चुनावी परिणाम
साल 2022 विधानसभा चुनाव में यहां से रालोद के चंदन चौहान ने जीत हासिल की थी. उस दौरान रालोद और सपा साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरे थे. चंदन चौहान को 1,07,421 वोट मिले तो दूसरे नंबर पर रहे भाजपा उम्मीदवार को 80,041 वोट ही मिल पाए थे.
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