Uttar Pradesh News : यूपी में राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के कई विधायक बीजेपी के पक्ष में जाते दिख रहे हैं. इसको लेकर प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. इसी बीच समाजवादी पार्टी के कई विधायक भाजाप के खेमे में खुलकर NDA का सपोर्ट करते देखे गए. सपा विधायक और अखिलेश यादव के करीबी नेताओं में से एक माने जाने वाले मनोज पांडे भाजपा नेताओं के साथ बकायदा विक्ट्री साइन दिखाते नजर आए. वहीं सपा विधायक, पूजा पाल, अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह भी भाजपा के खेमे में देखे गए. इससे इस बात पर मुहर लगती नजर आई की सपा विधायकों से भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया है.
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अखिलेश ने कही ये बात
वहीं अपने विधायकों के पाला बदलने के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि, 'हमारी राज्यसभा की तीसरी सीट दरअसल सच्चे साथियों की पहचान करने की परीक्षा थी और ये जानने की कि कौन-कौन दिल से PDA के साथ और कौन अंतरात्मा से पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ है. अब सब कुछ साफ़ है, यही तीसरी सीट की जीत है.'
सपा विधायकों ने बदला पाला
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के आठवें उम्मीदवार संजय सेठ और समाजवादी पार्टी के तीसरे उम्मीदवार आलोक रंजन के बीच राज्यसभा के दसवीं सीट को लेकर वोटिंग हो रही है. इस बीच अपने उम्मीदवार के पक्ष में विधायकों को एकजुट करने के लिए खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कमान संभाली है. हालांकि, इस दौरान उन्हें अलग स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने इस्तीफा दे दिया है और अब वो भाजपा के खेमे में चले गए हैं.
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