Rampur Byelection 2022: देश के अधिकतर सूबों में राजनीति दो खेमों मे बंटी हुई नजर आती है, जिसमें एक तरफ सत्तारूढ़ भाजपा है तो वहीं दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस पार्टी है. वहीं रामपुर में हो रहे विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस नेता नवाब काजिम अली खां उर्फ नावेद मियां ने भाजपा प्रत्याशी का समर्थन करते हुए देखा गया. अब उनपर पार्टी की तरफ से बड़ा एक्शन लिया गया है.
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कांग्रेस ने स्वार से विधायक रह चुके नवाब काजिम अली खां को रामपुर उपचुनाव में भाजपा का समर्थन करने के आरोप में बृहस्पतिवार को पार्टी से छह साल के लिये निष्कासित कर दिया गया.
पार्टी नेता अशोक सिंह ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के संज्ञान में आया है कि नवाब काजिम अली खां ने रामपुर विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने का ऐलान किया है. समिति का कहना है कि खां का यह कृत्य घोर अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है. उन्होंने बताया कि इस मामले में कार्रवाई करते हुए नवाब काजिम अली खां को पार्टी से छह वर्ष के लिये निष्कासित कर दिया गया है.
नवाब काजिम अली खां वर्ष 2002, 2007 और 2012 में रामपुर जिले की स्वार सीट से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं. उन्होंने इस साल के शुरू में रामपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था, मगर उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था.
बता दें कि साल 2014 में हुए लोकसभा के चुनाव में नवाब काजिम अली खां अपने पुराने घर यानी कांग्रेस के टिकट पर आजम खान के मुकाबले चुनाव लड़ा था. हाल ही में हुए विधानसभा के चुनावों में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर आजम खान से मुकाबला किया था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. अब आजम खान की सदस्यता जाने के बाद रामपुर में उप चुनाव हो रहे हैं. यहां पर पहली बार ऐसा देखने को मिला कि कांग्रेस पार्टी ने नवाब खानदान को नजरअंदाज करते हुए किसी भी प्रत्याशी को चुनाव ना लड़ाने की घोषणा कर डाली.
भाषा इनपुट के साथ
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