भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की ओर से तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी (एसपी) चीफ अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है.
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अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है, ”अमीरों की बीजेपी ने भूमि अधिग्रहण और काले कानूनों से गरीबों-किसानों को ठगना चाहा. कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन एसपी की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-कानून वापस ले ही लिए. बीजेपी बताए सैकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सजा कब मिलेगी.”
इसके अलावा अखिलेश ने कहा है, ”3 कृषि कानून किसान हित में तो वापस हुए ही हैं लेकिन सरकार चुनाव से डर गई और वोट के लिए कानून वापस लिए हैं… हो सकता है कि सरकार चुनाव के बाद फिर से ऐसा कोई कानून लेकर आए. यह भरोसा कौन दिलाएगा कि भविष्य में ऐसे कानून नहीं आएंगे, जिससे किसान संकट में आए?”
बता दें कि इन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग के साथ कई महीनों से किसान आंदोलन जारी था, जिसकी धमक आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में भी सुनाई दे रही थी.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक जयंती के मौके पर 19 नवंबर को कहा, ”मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए सच्चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहता हूं कि शायद हमारी तपस्या में ही कोई कमी रही होगी, जिसके कारण दिये के प्रकाश जैसा सत्य कुछ किसान भाइयों को हम समझा नहीं पाए हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज गुरु नानक देव जी का पवित्र प्रकाश पर्व है. यह समय किसी को भी दोष देने का नहीं है. आज मैं आपको… पूरे देश को… यह बताने आया हूं कि हमने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है. इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को रिपील (निरस्त) करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे.’’
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