समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से लगाए गए फोन टैपिंग के आरोप पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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यूपी तक ने 19 दिसंबर को जब सीएम योगी से पूछा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं के यहां कल छापे पड़े थे, आज अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फोन टैपिंग का आरोप लगाया और कहा कि हमारा फोन मुख्यमंत्री सुनते हैं? तो इसके जवाब उन्होंने कहा, “उनकी तरफ से यह कृत्य किए जाते होंगे तो उन्हें यही लगता होगा. कल मैंने अपने भाषण में जिक्र किया था कि आईटी के छापे एक रुटीन प्रक्रिया के हिस्से होते हैं. ऐसा तो पहली बार नहीं हुआ है. क्या कांग्रेस के समय नहीं हुआ था. आखिर इनकी आय से अधिक संपत्ति का मामला है. बीजेपी के समय का मामला तो नहीं है. ये तो कांग्रेस की सरकार के समय का मामला है.”
सीएम योगी ने आगे कहा, “पांच साल के कार्यकाल में संपत्ति दो सौ गुना ज्यादा बढ़ जाए. ये क्या है. आप इसको स्वीकार नहीं करेंगे. आईटी के छापे एक रुटीन प्रक्रिया के हिस्सा होते हैं. उसमें सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता है. कल मैं एक वरिष्ठ मीडिया कर्मी के भाषण को और उनके वक्तव्य को देख रहा था. जिसमें उन्होंने कहा- इनकी बौखलाहट…ये चोर की दाढ़ी में तिनका के सिवाय कुछ नहीं.”
बता दें कि अखिलेश यादव ने 19 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था, ”हमारे सभी फोनों को सुना जा रहा है. हमारे जितने भी फोन हैं समाजवादी पार्टी कार्यालय के, या हमारे संबंधी जितने भी लोग हैं, उनके मोबाइल को सुना जा रहा है. मुख्यमंत्री खुद शाम को कुछ रिकॉर्डिंग सुनते हैं. सोचिए ये अनुपयोगी सरकार है.”
एसपी नेता राजीव राय समेत अखिलेश के करीबियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी के बाद एसपी चीफ ने इनकम टैक्स विभाग और ईडी, सीबीआई जैसी एजेंसियों का जिक्र करते हुए कहा था, ”अभी तक तो ये सस्थाएं उनके लिए थीं, जो सरकार में हैं. उनकी सरकार कैसे हटाएं, उसके लिए इन संस्थाओं का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार न बन जाए इसके लिए इन संस्थाओं का इस्तेमाल होगा.”
अखिलेश यादव ने कहा था, ”पूरा देश जानता है कि जहां-जहां बीजेपी चुनाव हारने लगती है, इन संस्थाओं को आगे करती है.”
अखिलेश का आरोप- ‘हमारे फोनों को सुना जा रहा है, CM खुद रिकॉर्डिंग सुनते हैं’
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