उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी (एसपी) में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार खुद भी चुनाव हार गए हैं.
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योगी आदित्यनाथ सरकार में श्रम और सेवायोजन मंत्री रह चुके समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य को कुशीनगर जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें बीजेपी के सुरेंद्र कुशवाहा ने हराया है.
अपनी हार के बाद यूपी तक से बातचीत में मौर्य ने कहा, ”85-15 की लड़ाई हम हार गए. चुनाव हारे हैं, लेकिन हौसला नहीं हारे.”
उन्होंने कहा, ”दूसरों के मुद्दों को लेकर हम ने बगावत की है, जो आज भी मुद्दे हैं और हम उन्हें लोगों के बीच फिर से ले जाएंगे.”
फिर से बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ”हार का मंथन करेंगे, लेकिन बीजेपी कभी नहीं जाएंगे.”
बेटी संघमित्रा को लेकर मौर्य ने कहा कि सबको अपने मन से पार्टी और विचाराधारा चुनने का अधिकार है लेकिन ”अगर कोई मेरी यात्रा में शरीक होना चाहेगा तो उसका स्वागत है.”
उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के साथ जाने की बात को भी खारिज करते हुए कहा, ”बीएसपी के साथ जाने का तो सवाल ही नहीं है, मायावती अब खत्म हो गई हैं.”
बता दें कि अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से पांच बार विधानसभा सदस्य रह चुके स्वामी प्रसाद मौर्य 2016 में बहुजन समाज पार्टी विधायक दल के नेता (नेता प्रतिपक्ष) पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए और 2017 में वह कुशीनगर की पडरौना सीट से बीजेपी के टिकट पर चुने गए थे.
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