यूपी में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए अलग-अलग तरह के चुनावी गठजोड़ की कवायद सामने आ रही है. दूसरे दलों के नेताओं को अपने पाले में करने से लेकर विरोधियों को भी साथी बनाने की कोशिशें रोजाना परवान चढ़ रही हैं. इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) में तालमेल की भी संभावनाएं बढ़ती नजर आ रही हैं. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि गठबंधन को लेकर ओम प्रकाश राजभर और बीजेपी के बीच बातचीत की शुरुआत भी हो चुकी है.
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जानकारी के मुताबिक राजभर और धर्मेंद्र प्रधान के बीच एक दौर की बातचीत हो चुकी है. दोनों नेता जल्द ही आगे की बातचीत भी करने की तैयारी में हैं. इस बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने अपने उन मुद्दों को रखा है, जिस पर वह बीजेपी से अंतिम मोहर चाहते हैं. इनमें घरेलू बिजली फ्री करना, सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करना यानी आरक्षण के भीतर आरक्षण जैसे मुद्दे हैं. हालांकि जातीय जनगणना पर बीजेपी ने अपनी असमर्थता जताई है. सूत्रों के मुताबिक कुछ मुद्दों पर बीजेपी ओमप्रकाश राजभर को कमिटमेंट दे सकती है.
ओमप्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश में बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ-साथ प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के संपर्क में बने हुए हैं. हालांकि ऐसी भी जानकारी सामने आ रही है कि गठबंधन की दिशा में कुछ ठोस बात बनने के बाद उनकी मुलाकात दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से कराई जा सकती है. ओमप्रकाश राजभर चाहते हैं कि एक बार बात फाइनल हो और 27 अक्टूबर को मऊ में होने वाली रैली में जब वह ऐलान करें तो बीजेपी का कोई बड़ा नेता भी मंच पर मौजूद हो.
ओमप्रकाश राजभर गठबंधन को लेकर जल्दबाजी में दिखाई दे रहे हैं, लेकिन बीजेपी की तरफ से ऐसा संकेत नहीं दिख रहा है. बीजेपी ओमप्रकाश राजभर को लेकर फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहती हैं. बीजेपी यह भी आंकलन कर रही है कि ओम प्रकाश राजभर को साथ लेना पार्टी के लिए फायदेमंद रहेगा.
बीजेपी भागीदारी मोर्चा पर भी नजर रखे हुए और इसके दूसरे नेताओं और घटक दलों को अलग से बात करने या गठबंधन की संभावनाएं टटोली जा रही हैं. फिलहाल सीटों पर कोई बातचीत अभी तय होती नजर नहीं आ रही, लेकिन बीजेपी भी गठबंधन के फॉर्म्युले को जरूर तलाश रही है.
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