यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, चुनावी सर्वे सामने आ रहे हैं. इस बीच सी-वोटर्स और एबीपी न्यूज यूपी के आगामी चुनावों को लेकर नए प्री-पोल सर्वे के साथ सामने आए हैं. सी वोटर्स न्यूज चैनल के साथ मिलकर सितंबर महीने से प्री-पोल सर्वे का डेटा पेश कर रहा है. इसके अलावा एक वीकली सर्वे भी किया जा रहा है, जिसमें यूपी की जनता के मूड को भांपने की कोशिश की जा रही है.
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सी-वोटर्स और एबीपी न्यूज के ताजे सर्वे में दिसंबर तक के हालात बताने का दावा किया जा रहा है. आइए आपको इस ताजा सर्वे के हिसाब से सामने आए नए आंकड़ों को विस्तार से बताते हैं. हालांकि इन आंकड़ों के आधार पर कोई राय बनाने से पहले यह स्पष्ट समझ लेना चाहिए कि ये महज प्री पोल सर्वे के आंकड़े हैं. असल चुनावी रिजल्ट इनसे अलग भी हो सकते हैं.
सबसे पहले जानिए किसे कितने वोट?
यूपी में 403 विधानसभा सीटों के लिए हुए इस प्री पोल सर्वे में सबसे पहले सिलसिलेवार यह जानते हैं कि किस पार्टी को कितने फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं. सर्वे के मुताबिक अगर आज चुनाव हुए तो बीजेपी गठबंधन को 40 फीसदी वोट मिलने की संभावना है. अगर सितंबर महीने से तुलना करें तो इसी एजेंसी के सर्वे के मुताबिक बीजेपी को तब 42 फीसदी वोट मिलने का अनुमान जताया गया था. यानी सितंबर से लेकर दिसंबर महीने तक के बीच में बीजेपी को 2 फीसदी वोटों का झटका लगता दिख रहा है. अक्टूबर और नवंबर के सर्वे में बीजेपी के लिए यह वोट शेयर 41 फीसदी था.
समाजवादी पार्टी का ग्राफ चढ़ा पर अभी बीजेपी से पीछे
ताजे सर्वे ने अखिलेश यादव के चेहरे पर थोड़ी मुस्कान बिखेरने का काम जरूर किया है. दिसंबर महीने के सर्वे में समाजवादी पार्टी गठबंधन को 34 फीसदी वोटों का अनुमान जताया गया है. सितंबर महीने के सर्वे में यह अनुमान 30 फीसदी था. यानी सितंबर से दिसंबर के बीच एसपी प्लस के वोट शेयर में 4 फीसदी इजाफा देखने को मिल रहा है. अक्टूबर और नवंबर के लिए एसपी प्लस के लिए यह आंकड़ा क्रमश: 32 और 31 फीसदी था.
यानी अखिलेश यादव की पार्टी दिसंबर में अपने वोट शेयर में अच्छा इजाफा करती नजर आ रही है. हालांकि गौर करने वाली एक बात यह है कि अभी भी वोट शेयर के मामले में एसपी प्लस और बीजेपी प्लस के बीच 6 फीसदी का अंतर है यानी सर्वे के मुताबिक बीजेपी को अभी भी लीड है.
बीएसपी और कांग्रेस को कितने वोट?
ताजा सर्वे में बीएसपी को 13 फीसदी और कांग्रेस को 7 फीसदी वोटों का अनुमान जताया गया है. सितंबर महीने से तुलना करें तो बीएसपी को तब 16 फीसदी और कांग्रेस को 5 फीसदी वोट का अनुमान जताया गया था. इस हिसाब से सर्वे के मुताबिक बीएसपी का वोट शेयर तेजी से घटता दिखा है. हालांकि कांग्रेस सितंबर महीने से आगे बढ़ी है, लेकिन नवंबर में पार्टी को 9 फीसदी वोट मिलने का अनुमान था, जिसमें दिसंबर आते-आते 2 फीसदी की कटौती होती नजर आ रही है.
कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका इसलिए भी है क्योंकि पार्टी का दावा है कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में वह पूरे प्रदेश में विपक्ष के तौर पर अकेले संघर्ष कर रही है. हालांकि इस दावे का रिफ्लेक्शन प्री पोल सर्वे के नतीजों में नजर नहीं आ रहा.
अब जानते हैं कि किस पार्टी को कितनी सीटों का अनुमान
सर्वे में सीटों के आकलन क्या कहता है, इसे जानने के लिए हर कोई उत्सुक रहता है. आइए आपको इस ताजे सर्वे के हिसाब से बताते हैं कि किस दिसंबर में अगर चुनाव हुए तो किस पार्टी को कितनी सीटों का अनुमान नजर आ रहा है.
सबसे पहले बात बीजेपी गठबंधन की. सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 212 से 224 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. आपको बता दें कि यूपी में बहुमत का आंकड़ा 202 सीटों पर हासिल होता है. इस हिसाब से यूपी में अगर आज चुनाव हुए तो सर्वे के मुताबिक बीजेपी गठबंधन को बहुमत मिलता नजर आ रहा है. हालांकि सितंबर के हिसाब से देखें तो बीजेपी को सीटों का बड़ा नुकसान होता नजर आ रहा है. सितंबर में बीजेपी को 259 से 267 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था. अक्टूबर और नवंबर के लिए यह अनुमान क्रमशः 241-249 और 213-221 सीटों का था.
अखिलेश की सीटों में बड़ा इजाफा जरूर पर बीजेपी आगे
समाजवादी पार्टी गठबंधन को ताजा सर्वे में 151-163 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. सितंबर महीने के सर्वे में एसपी प्लस के लिए यह अनुमान 109-111 सीटों का था. अक्टूबर और नवंबर के लिए बात करें, तो ये अनुमान क्रमशः 130-138 और 152-160 था. यानी सितंबर से लेकर दिसंबर के बीच में अखिलेश यादव की पार्टी का ग्राफ काफी ऊपर चढ़ा है. इसके बावजूद अखिलेश के लिए यह चुनाव तबतक चिंता का विषय है, जबतक बीजेपी गठबंधन 202 के जादुई आंकड़े से आगे नजर आ रहा है.
अब बात बीएसी और कांग्रेस के सीटों के अनुमान की
ताजा सर्वे में बीएसपी को 12 से 24 सीटें और कांग्रेस को 2 से 10 सीटों का अनुमान जताया गया है. सर्वे की मानें तो ये दोनों पार्टियां यूपी के आगामी विधानसभा चुनावों में कोई बड़ा इंपैक्ट डालती नजर नहीं आ रहीं.
हालांकि इन सर्वे के नतीजों को बीएसपी की तरफ से पहले भी खारिज किया जाता रहा है. बीएसपी ने तो चुनाव आयोग से लिखित शिकायत करते हुए यह मांग कर रखी है कि चुनाव से पहले ऐसे सर्वे पर प्रतिबंध लगाया जाए.
यूपी में अगले साल यानी 2022 में चुनाव होने हैं. ऐसे में सर्वे अपनी फाइंडिंग्स के हिसाब से यूपी के वोटर्स का मूड बताने का दावा जरूर कर रहे हैं. अब यह देखना रोचक होगा कि इन सर्वे के नतीजों को सियासी दल कैसे लेते हैं और आने वाले वक्त में यूपी में क्या नई चुनावी रणनीतियां देखने को मिलती हैं.
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