उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सियासी वार-पलटवार का सिलसिला लगातार जारी है. इसी क्रम में 26 अक्टूबर को जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला, वहीं दूसरी तरफ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसपी के एक चुनावी पोस्टर को निशाने पर लिया.
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दरअसल, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ”पहले की सरकार में गरीबों के खातों में हजारों करोड़ों रुपया दिया जाता था. आज झूठ का फूल ‘लूट का फूल’ बनकर चौबीसों घंटे जनता को ठग रहा है.”
इसके आगे उन्होंने कहा, ”आज केंद्र और यूपी की बीजेपी सरकार की प्राथमिकता है- गरीब तक की जेब काटना, गरीब के परिवार की मूलभत सुविधाएं छीन लेना.”
इस ट्वीट में अखिलेश ने जिस ‘आ रहा हूं’ चुनावी पोस्टर की तस्वीर शेयर की, उसी को सीएम योगी ने तब निशाने पर लिया, जब वह 26 अक्टूबर को बीजेपी के लोधी समाज सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
इस दौरान सीएम योगी ने कहा, ”अभी मैं देख रहा था औरैया में, हमारे लाखन सिंह राजपूत जी आए हैं वहां से… एक विज्ञापन चला एसपी का- ‘मैं आ रहा हूं’, वहां समाजवादी पार्टी के एक पदाधिकारी ने 8 लोगों का अपहरण करके जबरन वसूली करना शुरू कर दिया, तो लोगों ने कहा कि क्या विज्ञापन का मतलब यही है? उन्होंने कहा कि ‘मैं आ रहा हूं’ का मतलब (है)- अपहरण, गुंडागर्दी, लूटपाट, अराजकता, प्रदेश के अंदर अव्यवस्था और दंगाइयों को फिर से प्रोत्साहन देना.” सीएम योगी ने कहा, ”भाइयो, बहनों ये नहीं हो पाएगा, प्रदेश अब बदल चुका है.”
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