लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विपक्ष के लगातार हमले के बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कानून हाथ में लेने की छूट किसी को नहीं होगी, लेकिन किसी के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं होगी.
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शुक्रवार को एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा, ”लखीमपुर खीरी की घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है, सरकार उसकी तह तक जा रही है. लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. जब कानून सबको सुरक्षा प्रदान करने की गारंटी दे रहा है तो किसी को भी अपने हाथ में कानून लेने का अधिकार नहीं है, चाहे वह कोई भी हो.”
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को बचाने की कोशिश के सवाल पर उन्होंने कहा, ”कोई वीडियो इस प्रकार का नहीं है, हमने नंबर भी जारी किया है कि अगर किसी के पास कोई साक्ष्य है तो इस पर अपलोड करें. दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. अन्याय किसी के साथ नहीं होगा. कानून हाथ में लेने की छूट किसी को नहीं होगी, लेकिन किसी के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं होगी.”
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्यवस्था दी है कि गिरफ्तारी से पहले आपके पास पर्याप्त साक्ष्य भी होने चाहिए, हम किसी व्यक्ति के आरोप पर अनावश्यक किसी को गिरफ्तार भी नहीं करेंगे, लेकिन हां अगर कोई दोषी है तो उसको छोड़ेंगे भी नहीं, चाहे कोई भी व्यक्ति क्यों न हो.
मुख्यमंत्री ने कहा, ”हमने पूरे यूपी में यही किया है, जिनके खिलाफ भी कार्रवाई हुई है, जिनके खिलाफ भी साक्ष्य मिले हैं, हमने उनके खिलाफ कार्रवाई करने में कोई गुरेज नहीं किया है. लखीमपुर खीरी की घटना में भी सरकार यही कर रही है.”
बता दें कि पिछले रविवार (तीन अक्टूबर) को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में आरोप है कि आशीष मिश्रा के काफिले ने किसानों को रौंदा था.
आशीष मिश्रा को शुक्रवार सुबह 10 बजे तक पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए. अब उन्हें पेश होने के लिए शनिवार सुबह 11 बजे तक की मोहलत दी गई है.
लखीमपुर खीरी हिंसा | UP सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा- हम कार्रवाई से संतुष्ट नहीं
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