उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के थाना रूरा के मड़ौली गांव में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई थी. इस मामले को लेकर अब यूपी की सियासत में भूचाल आ गया है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party), कांग्रेस (Congress) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) समेत पूरा विपक्ष सूबे की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर हमलावर है.
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इसी बीच यूपी तक से उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने खास बातचीत की. यूपीतक ने सवाल किया कि इनती बड़ी घटना हो गई पर आप क्यों नहीं गए? इस सवाल पर सूबे के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि, समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दल इस घटना का राजनीतिकरण करने के अभियान में लगे थे. इसलिए वह अब जाएंगे और पीड़ित परिवार से मिलेंगे.
पीड़ित परिवार ने क्या मांग रखी?
इस सवाल का जवाब देते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि पीड़ित परिवार ने जो मांग रखी है वो मुख्यमंत्री जी के सामने रखी जाएगी. हम मुख्यमंत्री जी को बताएंगे. ये बड़ी घटना है और हमारी सरकार संवेदनशील है. फिर ऐसी घटना न हो इसका ध्यान रखा जाएगा. पीड़ित परिवार के साथ हम खड़े हैं. पूरी सरकार खड़ी है. अधिकारी मौके पर जा रहे हैं. फिर कभी ऐसी घटना न हो इसका ध्यान रखेंगे.
इस दौरान जिलाधिकारी और एसपी के खिलाफ कार्रवाई के सवाल पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि इंतजार करिए. अभी मामले की जांच हो रही है.
क्या हुआ था
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस-प्रशासन सोमवार को सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गया था. इसी दौरान एक महिला चिल्लाते हुए दौड़कर झोपड़ी में चली गई और उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया. इसके बाद मौके पर उपस्थित पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया और इसी दौरान झोपड़ी में आग गई. महिला और उसकी बेटी अंदर थीं. पुलिस फोर्स और अफसरों के सामने ही दोनों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई. वहीं, दोनों को बचाने में पति कृष्ण गोपाल बुरी तरह झुलस गए.
मृतक महिला के पति कृष्ण गोपाल दीक्षित का आरोप है कि प्रशासन के लोगों ने गांव के कुछ लोगों के कहने पर उनके घर में आग लगवा दी. हालांकि स्थानीय डीएम ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जा रही है. वहीं, अब इस मामले पर राजनीति तेज हो गई है.
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