शनिवार को यूपी विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष, सपा चीफ अखिलेश यादव के बीच तीखी भिड़ंत देखने को मिली. असल में यह भिड़ंत प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के संदर्भ में हुई. शनिवार को जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सीएम योगी को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव करना था. इससे पहले अखिलेश यादव ने प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या का जिक्र छेड़ दिया.
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अखिलेश यादव ने कहा, ‘इलाहाबाद में शूटिंग हो रही है दिनदहाड़े गोलियां चल रही हैं, बम चल रहे हैं, गवाह की हत्या हो जाए, गनर की हत्या हो जाए, सरकार क्या कर रही है, डबल इंजन क्या कर रहा है.’ इसपर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि इसपर डिबेट नहीं हो सकती. अखिलेश ने तब कहा कि नेता सदन इस घटना पर जीरो टॉलरेंस से शुरू करें.
सीएम योगी ने बोलना शुरू किया और हो गया बवाल
अखिलेश यादव के सवाल पर तब सीएम योगी आदित्यनाथ जवाब देने के लिए खड़े हुए. सीएम ने कहा, ‘कल की घटना दुखद है. सरकार ने संज्ञान लिया है. मैं सदन को आश्वस्त करता हूं, जीरो टॉलरेंस की नीति के परिणाम जल्द सामने आएंगे. जो ये अपराधी हैं, माफिया हैं, पाले किसके द्वारा गए हैं? जिस माफिया के खिलाफ परिवार ने आरोप लगाए हैं, क्या सपा ने उन्हें सांसद नहीं बनाया था? आप अपराधियों को माल्यार्पण करेंगे. उन्हें प्रश्रय देंगे, गले का हार बनाएंगे और फिर दोषारोपण भी करेंगे?’
इस पर अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि आप बताइए किस पार्टी का सदस्य है. वह बहुजन समाज पार्टी का सदस्य है, जिससे आप की दोस्ती है, इसलिए आप उसका नाम नहीं लेंगे.’
फिर सीएम योगी ने किया अतीक के नाम का जिक्र
सीएम योगी ने कहा कि, ‘क्या यह सच नहीं कि जिस अतीक अहमद के खिलाफ पीड़ित परिवारों ने मुकदमा दर्ज कराया वह समाजवादी पार्टी के द्वारा पोषित माफिया है.’ सीएम योगी ने कहा कि अतीक अहमद की कमर को तोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है. इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे. जितने माफिया हैं, मिट्टी में मिलाने का काम करेंगे.’
इसके बाद अखिलेश यादव ने कहा कि अपराधी आपके हैं, हम आपकी नहीं सुनेंगे. लेकिन सीएम योगी रुकने के मूड में नहीं दिखे. उन्होंने कहा कि ‘ये पेशेवर माफियाओं, अपराधियों के सरपरस्त हैं. इनके रग-रग में अपराध भरा हुआ है. अपराध के अलावा इन्होंने कुछ सीखा ही नहीं है.’ सीएम योगी ने अतीक अहमद और सपा के कनेक्शन को लेकर भी बात कही. सीएम ने कहा कि सपा ने इन्हें विधायक सांसद बनाने का काम किया. इसके बाद अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा विधायकों ने प्रदर्शन किया.
क्या है प्रयागराज का उमेश पाल हत्याकांड?
शुक्रवार को प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की भी हत्या कर दी गई है. बदमाशों ने घर के पास गोली और बम चलाकर उमेश पाल को मार डाला और आराम से फरार हो गए. अब इस मामले में उमेश पाल की पत्नी की तरफ से बाहुबली अतीक अहमद के परिवार के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है. उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में FIR कराई है. आपको बता दें कि 25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल की हत्या सरेराह कर दी गई थी. इस मामले में भी आरोप अतीक अहमद पर ही हैं.
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