Uttar Pradesh News: बीते तीन दिनों से टमाटर ऐसा सुर्ख हुआ है कि इसका असर सीधा आपके घर के बजट पर पड़ा है. आलू-प्याज और टमाटर रसोई की ऐसी तीन जरूरतें हैं जो न हों तो रसोई का स्वाद बिगड़ जाता है और इनके दाम बढ़ जाएं तो घर का बजट. टमाटर के बढ़े दामों का असर इसके खरीदने वाले ही नहीं बल्कि बेचने वालों पर भी पड़ा है. टमाटर के बढ़ें कीमतों के बीच राजधानी दिल्ली के आजादपुर मंडी से बीते दिनों एक सब्जीवाले का वीडियो वायरल हुआ था. सब्जी विक्रेता से जब रिपोर्टर ने इस बारे में बात की तो उसके आंसू छलक आए. वह खामोश हो गए और इस खामोशी ने उनकी बेबसी बयां कर दी. इस सब्जी विक्रेता का एक वीडियो फिर से सामने आया है.
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यूपी के रहने वाले हैं रामेश्वर
बता दें कि जिस सब्जी विक्रेता के वीडियो वायरल हुआ था उनका नाम रामेश्वर है. वह उत्तर प्रदेश के कासगंज के खतैली गांव के रहने वाले हैं और दिल्ली में रहकर सब्जी बेचने का काम करते हैं. हमारे सहयोगी चैनल लल्लनटॉप ने एक बार फिर रामेश्वर से बात की है. लल्लनटॉप से बात करते हुए रामेश्वर ने इस बार कांग्रसे नेता राहुल गांधी से मिलने की इच्छा जताई है. बता दें कि रामेश्वर का वीडियो खुद राहुल गांधी से शेयर किया था.
वीडियो हुआ था वायरल
वहीं रामेश्वर का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक अगस्त को दिल्ली के आजादपुर मंडी (Azadpur Mandi) पहुंचे थे . वहां पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने आजादपुर सब्जी मंडी में सब्जी और फल विक्रेताओं से मुलाकात की. उन्होंने कई सब्जी विक्रेताओं के साथ बातचीत भी की. वहीं लल्लनटॉप से बात करते हुए रामेश्वर ने बताया कि, ‘लोगों ने उन्हें बताया कि उनका ही वीडियो वायरल होने के बाद राहुल गांधी आजादपुर मंडी पहुंचे. हांलाकि उनकी कांग्रेस नेता से मुलाकात नहीं हो पाई.’
राहुल गांधी के लिए कही ये बात
लल्लनटॉप से बात करते हुए रामेश्वर ने कहा कि, ‘क्या राहुल सर से बात हो सकती है. उन्हें बार-बार धन्यवाद कहना चाहता हूं. मैं उनसे मिलना चाहता हूं.’ बता दें कि 28 जुलाई को रामेश्वर का वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा था कि, ‘देश को दो वर्गों में बांटा जा रहा है! एक तरफ सत्ता संरक्षित ताकतवर लोग हैं, जिनके इशारों पर देश की नीतियां बन रही हैं. दूसरी तरफ है आम हिंदुस्तानी, जिसकी पहुंच से सब्ज़ी जैसी बुनियादी चीज भी दूर होती जा रही हैं. हमें अमीर-गरीब के बीच बढ़ती इस खाई को भर, इन आंसुओं को पोंछना होगा.’
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