Agra News: डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में बीएएमएस परीक्षा की कॉपियों की हेराफेरी का भंडाफोड़ हो गया है. परीक्षा की कॉपियों को बदलने और नंबर बढ़ाने का खुलासा होने के बाद एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है. विश्वविद्यालय में एसटीएफ की टीम ने डेरा डाल दिया है. जब तक जांच चलेगी एसटीएफ की टीम विश्वविद्यालय में अस्थाई कार्यालय बनाकर रहेगी.
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आपको बता दें कि बुधवार को आगरा विश्वविद्यालय पहुंचे एसटीएफ के एडिशनल एसपी राकेश यादव ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने जानकारी दी कि जब तक जांच पूरी नहीं होगी एसटीएफ की टीम आगरा विश्वविद्यालय में डेरा डाले रहेगी. जांच को सही दिशा देने के लिए विश्वविद्यालय में एसटीएफ का अस्थाई कार्यालय भी बनाया गया है. एसटीएफ के कर्मचारी कार्यालय में मौजूद रहेंगे. जो भी व्यक्ति विश्वविद्यालय से जुड़े मामलों की शिकायत करेगा, उन शिकायतों को जांच में शामिल किया जाएगा. जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी जाएगी.
यहां जानिए पूरा मामला
सनद रहे कि बीएएमएस की कॉपी बदलने के मामले में हरी पर्वत पुलिस टेंपो चालक देवेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. सेंट जॉन्स कॉलेज सेंटर से टेंपो चालक देवेंद्र को कॉपियां रखकर विश्वविद्यालय ले जानी थीं, लेकिन वह नहीं ले गया और दूसरी कापियां आरबीएस कॉलेज सेंटर में जमा कर दी गईं. इसके बाद पुलिस ने देवेंद्र को अदालत से रिमांड पर लिया और पूछताछ की. रिमांड पर देवेंद्र ने पुलिस को दो बंडल कॉपियां बरामद करवाईं.
बरामद कॉपियों को हार्डवेयर सेंटर भेजा गया, जहां पर सेंटर में जमा खूबियों से हैंडराइटिंग मिलवाई गई जो 14 स्टूडेंट की नहीं मिली. इसके बाद थाना हरी पर्वत में एफआईआर दर्ज करवाई गई. पुलिस ने जांच की और दूध का दूध और पानी का पानी हो गया. सूत्रों का कहना है कि इतनी बड़ी हेरा फेरी रैकेट बनाकर की जा रही थी, जिसमें अंदर और बाहर के लोग शामिल हैं.
पुलिस कॉपियों की हेरा फेरी में अहम रोल निभाने वाले दिल्ली में रहकर एमएस कर रहे डॉक्टर अतुल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. पुलिस को छात्र नेता राहुल पाराशर की भी तलाश है. माना जा रहा है कि राहुल पाराशर गिरोह का सरगना है. राहुल पाराशर ने विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों के साथ सेटिंग करके फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था.
बीएएमएस मामले की जांच को लेकर एसएसपी आगरा ने एसआइटी का गठन किया है. बीएएमएस की कॉपियां बदलने के पीछे बड़े रैकेट का हाथ होने की आशंका है. एसटीएफ की जांच में सभी परतें खुलेंगी और पता चल जाएगा कि इस खेल में कौन-कौन लोग शामिल हैं?
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