UP News: बहराइच के थाना रूपईडीहा के जमोग गांव में अपने मामा-मामी के यहां रहकर पढ़ाई कर रही शीबा की दोस्ती बचपन में ही अरुण सैनी से हो गई थी. धीरे-धीरे दोनों की ये दोस्ती प्यार में बदल गई. उस समय शायद ही शीबा ने सोचा होगा कि जिस रिश्ते में वह आ रही है, वही उसकी मौत का कारण बन जाएगा.
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जानिए बहराइच से आई इस पूरी वारदात की कहानी
पहले मिली सिर कटी लाश
दरअसल पिछले दिनों बहराइच पुलिस को जंगल में एक युवती की सिर कटी लाश मिली. सिर नहीं होने की वजह से युवती की पहचान भी नहीं हो पा रही थी. ऐसे में बहराइच पुलिस आस-पास के जिलों में लापता हुई लड़कियों की लिस्ट बनाकर और उनका फोटो देखकर युवती की पहचान कर रही थी. मगर उसे सफलता हाथ नहीं लग रही थी.
इसी बीच अचानक पुलिस की नजर एक लापता युवती की फोटो पर गई. युवती के पैर में काले रंग का धागा बंधा हुआ था. अब पुलिस को जिस युवती की लाश मिली थी, उसके पैर पर भी काले रंग का धागा ही बंधा हुआ था. पुलिस का शक गहराया और उसने लापता हुई युवती के परिजनों को बुला लिया. परिजनों ने पैरों में बंधा धारा देखकर और हाथ देखकर बता दिया कि ये उनकी बेटी शीबा ही है. शीबा की उम्र 20 साल थी और किसी ने उसकी सिर काटकर हत्या कर दी थी. पुलिस को जंगलों में उसका शव मिला था और सिर गायब था.
फिर हुआ चौकाने वाला खुलासा
पुलिस को जांच में पता चला कि शीबा श्रीवस्ती के मल्हीपुर खुर्द निवासी अरुण सैनी से फोन पर काफी बात करती थी. जांच में ये भी सामने आया कि अरुण और शीबा बचपन में साथ पढ़ते थे और अरुण भी मामा के यहां रहकर पढ़ाई करता था. फिर पुलिस के सामने ये भी आ गया कि शीबा और अरुण के बीच संबंध थे. मगर शीबा मुसलमान थी तो वहीं अरुण हिंदू था. ऐसे में दोनों के परिवार इस रिश्ते के खिलाफ थे और इसको लेकर शीबा के मामा ने अरुण के साथ मारपीट भी की थी.
लाश की पहचान शीबा के तौर पर होने के बाद उसके परिजनों ने अरुण पर ही हत्या का आरोप लगाया. पुलिस ने जांच की तो काफी कुछ अरुण के खिलाफ ही नजर आया. ऐसे में पुलिस ने अरुण से पूछताछ करनी शुरू कर दी. पुछताछ में अरुण ने जो बताया, उसे जान हर कोई सकते में आ गया.
अरुण ने ही की थी अपनी प्रेमिका शीबा की हत्या
दरअसल अरुण और शीबा के परिवारों को उन दोनों का रिश्ता मंजूर नहीं था. धर्म की दीवार बीच में आ रही थी. ऐसे में अरुण के मामा ने अपनी साली के साथ उसकी शादी तय कर दी थी. ऐसे में वह अब शीबा से अलग होना चाहता था. मगर शीबा उसे छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी. वह अरुण से ही शादी करना चाहती थी और उसपर लगातार दवाब भी बना रही थी. इसको लेकर दोनों के बीच लड़ाई भी लगातार हो रही थी.
पुलिस पूछताछ में अरुण ने बताया, उसने अपने सहयोगी कुलदीप को योजना में शामिल किया और शीबा को मिलने के लिए बुलाया. वहां तीनों बाइक पर बैठकर झाड़ियों में ले गए. वहां जाते ही दोनों ने मिलकर पहले शीबा का गला दबाया और फिर उसका सिर काटकर नहर में फेंक दिया और मौके से फरार हो गए. अब पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दोनों भेजे गए जेल
इस पूरे मामले पर एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया, इस मामले की जांच प्रशिक्षु पुलिस क्षेत्राधिकारी हर्षिता तिवारी ने की थी. ये काफी बड़ा हत्याकांड था. सिर्फ सिर कटी लाश ही बरामद की गई थी. मगर पुलिस टीम ने मामले का खुलासा कर दिया. आरोपी प्रेमी और उसके सहयोगी को पकड़ लिया गया है. दोनों को जेल भेज दिया गया है.
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