Sultanpur News: सुलतानपुर जिले की कादीपुर कोतवाली में तैनात एक पुलिस उपनिरीक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ युवक की हत्या का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) विपुल कुमार श्रीवास्तव ने मंगलवार को बताया कि मृत युवक के परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर उपनिरीक्षक अखिलेश सिंह, सिपाही जितेंद्र, दानिश व सुरेंद्र के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
ADVERTISEMENT
पुलिस के अनुसार, आजमगढ़ जिले के मेहनगर थाना अंतर्गत गोपालपुर निवासी अंकुश सिंह (20) सुलतानपुर जिले के अटरा राईबीगो में अपने जीजा हरिशंकर सिंह के घर पर रहता था. सोमवार रात अंकुश ट्रैक्टर-ट्राली पर लकड़ी लादकर ले जा रहा था.
परिजनों ने आरोप लगाया कि दरोगा अखिलेश सिंह, सिपाही जितेंद्र, दानिश व सुरेंद्र ने एक ट्रैक्टर एजेंसी के पास उसे दौड़ाकर पकड़ लिया और उस पर ट्रैक्टर कोतवाली ले जाने का दवाब बनाने लगे. इसके बाद ट्रैक्टर सिपाही दानिश ने चलाना शुरू किया और युवक अंकुश व मजदूरों को बोनट पर बैठा दिया. तहरीर में परिजनों ने आरोप लगाया कि कुछ दूर जाकर सिपाही ने अंकुश को धक्का दे दिया जिससे वह बोनट से नीचे गिर गया और ट्रैक्टर के पहिये से कुचल गया.
घटना की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और अंकुश को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिवार वालों ने सोमवार की देर रात करीब चार घंटे तक कोतवाली क्षेत्र के पटेल चौक पर शव रखकर प्रदर्शन किया.
सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी (सीओ) कादीपुर शिवम मिश्रा मौके पर पहुंचे और परिवार वालों को समझाया लेकिन वे आरोपी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने की बात पर अड़ गये. इस बीच, मामले की गंभीरता देखते हुए करौंदी कला, चांदा, लंभुआ, मोतिगरपुर, दोस्तपुर, अखंड नगर, जयसिंहपुर थाने से पुलिस बल बुलाया गया. एएसपी विपुल श्रीवास्तव सोमवार देर रात ही मौके पर पहुंचे और परिवार वालों की बात सुनी. श्रीवास्तव ने भरोसा दिया कि दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. एएसपी ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी.
सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद भी नहीं हो सकी खुशी दुबे की रिहाई, दो पुलिस इंस्पेक्टर तलब
ADVERTISEMENT