पिता की दूसरी पत्नी के खुन्नस में ये कुलदीप बना साइको किलर, बरेली की 9 महिलाओं को मार डाला

Bareilly Psycho Killer News: पिता की दूसरी पत्नी से नाराज कुलदीप एक साइको किलर बन गया और बरेली में 9 महिलाओं की हत्या कर डाली। जानें इस खौफनाक घटना की पूरी कहानी

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Bareilly News: बरेली के थाना शाही क्षेत्र में पिछले एक साल से लगातार 9 महिलाओं की हत्या के बाद पूरे इलाके में खौफ का माहौल बन था. महिलाएं घर से बाहर निकलने में डरने लगी थीं. मगर आज (9 अगस्त) को 'हत्यारे' की गिरफ्तारी के बाद शायद इस खौफ का अंत हो गया है. बरेली पुलिस ने 'ऑपरेशन तलाश' के जरिए साइको किलर को पकड़ लिया है, जिसने एक के बाद एक 9 महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया था. इस गिरफ्तारी से क्षेत्र में थोड़ी राहत की सांस ली जा रही है, क्योंकि अब महिलाओं में सुरक्षा की भावना लौटने लगी है. पुलिस की इस कार्रवाई को क्षेत्र में काफी सराहना मिल रही है. इस खतरनाक हत्यारे के समय रहते पकड़े जाने से कई मासूम महिलाओं की जान बच गई है.  

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पुलिस ने किए ये सब जतन

बरेली पुलिस को हत्यारे तक पहुंचने में 12 महीने से अधिक का समय लगा. एसएसपी बरेली अनुराग आर्या ने इस साइको किलर को गिरफ्तार करने के लिए 22 टीमों का गठन किया. 25 किलोमीटर के एरिया में इस ऑपरेशन को चलाने व इस अभियान के लिए 600 से अधिक नए कैमरे और लगभग 1500 सीसीटीवी कैमरों की मदद ली गई. डेढ़ लाख से अधिक मोबाइल का डाटा निकल कर सर्विलेंस पर लगाया गया. तब कहीं जाकर बरेली पुलिस के हाथ आरोपी तक पहुंचे और साइको किलर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. 

 

 

अब जानिए पूरा मामला

बता दें कि शाही एवं शीशगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत बीते एक साल में निरन्तर रूप से एकान्त/निर्जन स्थान पर जंगल में अधेड़ उम्र की महिलाओं की गला घोंटकर हत्याएं की गईं. इन घटनाओं के संबंध में थाना शाही और थाना शीशगढ़ पर हत्या के मामले दर्ज किए गए. इन सभी मामलो में हत्या गला घोंट कर की गई थी. मगर किसी भी मामले में लूट या रेप जैसी घटना नहीं हुई थी. पुलिस परेशान थी.  कोई क्लू हाथ नहीं लग रहा था. तभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कैम्प कार्यालय पर एक वॉर रूम की स्थापना कर इस अभियान को “आपरेशन तलाश”  का नाम दिया गया. 

जिले के पुलिसकर्मियों को छांटकर कुल 22 टीमों का गठन किया गया, जिनको इस घटना के अनावरण मे लगाया गया. अनावरण के प्रयास के क्रम में लगभग 25 किलोमीटर एरिया को व्यास मानकर इस समस्त क्षेत्र में लगभग 1500 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का अवलोकन किया गया. 600 नए सीसीटीवी कैमरे इस समस्त क्षेत्र में स्थापित किए गए. 

सादा वर्दी में भी रहे पुलिस वाले तैनात

इस घटना मे आरोपी को पकड़ने में वर्दी और सादा वस्त्रों में पुलिसकर्मियों को लगाया गया. साथ ही इन पुलिसकर्मियों ने लोगों को सतर्क रहने के भी निर्देश दिए. 

टीम को भेजा गया महाराष्ट्र

घटना के तरीके और मोटो ना मिलने से धीरे-धीरे पुलिस को यकीन हो गया कि इसके पीछे कोई साइको किलर है, जिसको समझने के लिए एक टीम को महाराष्ट्र भेजा गया. क्योंकि वहां पर इस प्रकार की घटनाओं का अनावरण पुलिस ने किया था. लगभग 1.5 लाख मोबाइल नम्बरों का डाटा लेकर सर्विलांस टीम द्वारा उनका घटना के संबंध में परीक्षण किया गया. आस-पास के गांव की वोटर सूची प्राप्त कर ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी निगरानी की गई, जिनके व्यक्तिगत जीवन में किसी भी कारण से उथल पुथल थी. 

 

 

गूगल मैप की ली गई मदद

मामले को लेकर क्लीनिकल साइकोलोजी विशेषज्ञ से भी परामर्श कर इस प्रकार की ही हिंसक मनोवृत्ति रखने वाले अपराधी के कार्य करने के तरीके को समझने का प्रयास किया गया. कई सारी पुलिस की टीमों को जिनमें महिला और पुरूष पुलिसकर्मी शामिल थे, उन्हें डिकोय के रूप में लगाया गया. बॉडीवॉर्न कैमरों और हिडेन कैमरों के साथ भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. इसके अतिरिक्त इन समस्त घटनाओं में थाना शाही को केंद्र मानकर उसके आस-पास के घटना स्थलों को गूगल मैप पर प्लान्ट कर  योजना तैयार कर उसके अनुरूप टीमों को योजनाबद्ध तरीके से कार्य के तैनात किया गया. 

सब कवयदों का नतीजा भी निकला, जब पुलिस को मुखबिर की सूचना मिली. बता दें कि पुलिस ने आरोपी को आखिकार गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान कुलदीप (35) के रूप में हुई है. बता दें कि सूचना और पूर्व में तैयार किए गए स्कैच और उपलब्ध वीडियो की सहायता से पहचान कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का दावा है कि आरोपी ने पूछताछ में इन सभी सनसनीखेज घटनाओं को किया जाना स्वीकार किया है.  

 

 

साइको किलर ने पूछताछ में बताई हत्यारा बनने की वजह


  
आरोपी कुलदीप से विस्तृत पूछताछ में यह बताया कि वह मूल रूप से ग्राम बाकरगंज थाना नबाबगंज क्षेत्र का निवासी है. उसकी दो सगी बहनें है. सगी मां की मृत्यु हो चुकी है. उसके पिता बाबूराम ने उसकी मां के जीवित रहते समय ही एक अन्य महिला से भी विवाह कर लिया था. आरोपी का पिता बाबूराम अक्सर अपनी पहली पत्नी के साथ, उसकी दूसरी पत्नी के कहने पर, मारपीट करता था. इन सब कारणों से आरोपी के मन में उसकी सौतेली मां के प्रति विद्वेष का भाव रहता था. इसलिए वह, अपनी सौतेली मां की उम्र की 45 से 50 साल की महिलाओं को अपना शिकार बनाने लगा. 

पत्नी की करता था बेहरमी से पिटाई 

 

आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसकी शादी साल 2014 में हुई थी. वह अपनी पत्नी के साथ भी सामान्य व्यवहार नहीं करता था. इस कारण विरोध करने पर वह अपनी पत्नी के साथ भी मारपीट करता था. इस हिंसक प्रवृत्ति के कारण परेशान होकर कुछ साल पहले उसकी पत्नी भी उसको छोड़कर चली गई थी. इन्हीं कारणों से कुंठित होकर भांग, सुल्फा, शराब आदि का सेवन करने लगा और अपने घर बाकरगंज से निकलकर आस-पास के जंगल गांव-गांव भटकने लगा. 
   

हत्या से पहले आरोपी लगाता था यह दिमाग

पुलिस के अनुसार आरोपी द्वारा उपरोक्त समस्त घटनाएं उसके दिमाग में महिलाओं के प्रति विद्यमान कुंठा, विद्वेष और बदले की भावना का परिणाम है. साथ-साथ यह भी तथ्य प्रकाश में आया है कि आरोपी कुलदीप को आस-पास के समस्त क्षेत्र के सुनसान, निर्जन खेतों के रास्तों पगडंडियों की पूरी-पूरी जानकारी हैं. जिन पर वह दिन भर पैदल घुमा करता रहता था. केवल निर्जन स्थान पर अकेली महिला को देखकर ही उस पर हमला करता था. हमला करने से पहले वह इस बात को पूरी तरह सुनिश्चित करता था कि किसी ने उसको महिला के पीछे जाते हुए नहीं देखा है. अगर महिला का पीछा करते समय रास्ते में कोई भी बच्चा, पुरूष या अन्य महिला उसको मिल जाती थी, तब वह उस दिन घटना नहीं करता था. सभी घटनाएं गन्ने के खेत में किए जाने का कारण उसने पूछताछ में बताया कि यहां उसे देख पाना मुश्किल होता था.  

हत्या करने के बाद गले में गांठ बांधने के बारे में पूछने पर कुलदीप ने बताया कि वह यह सुनिश्चित करना चाहता था कि महिला मर गयी है. इसलिए महिला को मारकर वहां से जाते समय और उसके गले में उसी की पहनी गई साड़ी या दुपट्टे से कसकर गांठ लगा देता था. 

साइको किलर के पास नहीं था मोबाइल

पुलिस ने बताया कि कुलदीप कभी भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता था और न ही आने-जाने के लिए किसी वाहन या साधन का प्रयोग करता था. वह पैदल ही घूमता था और हत्या के बाद निशानी के तौर पर अपने शिकार का सामान ले जाता था.

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