Sant Kabir Nagar: ओपी राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की प्रदेश महासचिव नंदनी राजभर की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई है. नंदनी का मर्डर संत कबीर नगर में स्थित उनके घर पर ही किया गया है. हमलावरों ने चाकू गोदकर उसकी बेरहमी से हत्या कर डाली है.
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बता दें कि सुभासपा की महिला नेता की हत्या का मामसा सामने आते ही संत कबीर नगर में हड़कंप मच गया है. मृतका के गांव में पुलिस अधिकारी और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है. अब इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
आखिर किसने और क्यों की नंदनी राजभर की हत्या?
ये पूरा मामला संत कबीर नगर जिले के कोतवाली अंतर्गत डिघा से सामने आया है. यहां बीते 10 मार्च को नंदनी राजभर का शव उनके घर पर पड़ा मिला. शव बिस्तर के नीचे पड़ा था. मामले की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैली. मौके पर पार्टी के नेता-कार्यकर्ता और भारी संख्या में लोग जमा हो गए.
मृतका के परिवार की तरफ से 5 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया था. अब पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि इस मामले में एक नामजद आरोपी पहले से ही जेल में बंद है. गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल है.
कौन हैं गिरफ्तार आरोपी?
नंदनी राजभर की हत्या के आरोप में पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें चंद्र ध्रुव यादव, लालचंद्र यादव, पन्ने लाल यादव शामिल हैं. इसी के साथ पुलिस ने एक महिला को भी इस मामले में गिरफ्तार किया है. तो वहीं श्याम कुमार नाम का एक आरोपी पहले से ही जेल में बंद है. बता दें कि इस मामले में अभी पुलिस को एक अन्य आरोपी की भी तलाश है.
चचिया ससुर के मामले से जुड़ा है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक, नंदनी राजभर के चचिया ससुर का शव 1 मार्च के दिन रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला था. नंदनी राजभर का कहना था कि उनके चचिया ससुर की हत्या की गई है. जमीन बेचने के बाद भी चचिया ससुर को पूरी रकम नहीं मिली और उन्हें मार डाला गया.
बताया जा रहा है कि नंदनी राजभर इसी मामले को लेकर लगातार अधिकारियों से मिल रही थी और मामले की जांच की मांग कर रही थी. इस मामले में नंदनी ने कुछ लोगों पर भी आरोप लगाया था और उनके खिलाफ थाने में तहरीर भी दी थी.
पुलिस ने अभी तक क्या बताया
इस पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने बताया, मामले में 10 मार्च की रात तहरीर मिली थी. केस दर्ज कर लिया गया था. मामले में 5 लोगों के खिलाफ नामजद केस था. एक नामजद जेल में हैं तो वही 4 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है. अभी इस मामले में एक अन्य आरोपी फरार है. उसे भी जल्द पकड़ लिया जाएगा.
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि, इस मामले में लापरवाही बरतने वाले चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है. मामले की जांच पूरी गंभीरता के साथ की जा रही है.
ओपी राजभर का भी आया बयान
बता दें कि अब इस मामले पर ओपी राजभर का भी बयान सामने आया है. ओपी राजभर ने इस घटना को दुखद और शर्मनाक बताया है. ओपी राजभर ने कहा है, यह बहुत ही शर्मनाक और दुखद मामला है. आरोपियों को गिरफ्त में लिया गया है. हम इस मामले में सख्त से सख्त सजा की मांग करते हैं और उम्मीद करते हैं कि दोषियों के घर बुलडोजर चलेगा. ये योगी सरकार है. यहां अपराधियों को बताया नहीं जाएगा.
ओपी राजभर ने आगे कहा, ये एक राजनीतिक साजिश है कि नहीं, यह जांच में पता चलेगा. मगर कोई भी अपराधी बक्शा नहीं जाएगा. हमारे मृतक कार्यकर्ता को पूरा इंसाफ मिलेगा.
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