Ghaziabad News: ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण करने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने मुख्य आरोपी शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी के मुताबिक, आज यानी 12 जून को गाजियाबाद पुलिस बद्दो को रिमांड पर लेगी. गाजियाबाद पुलिस बद्दो को मुंबई से रोड के रास्ते गाजियाबाद लेकर आएगी. माना जा रहा है कि पुलिस पूछताछ में ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण कराने के मामले में कुछ बड़े खुलासे भी हो सकते हैं. खेल-खेल में धर्मांतरण करने वाले इस मामले ने सभी को चौंका दिया है.
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जिम जाने के बहाने नाबालिग बच्चा पढ़ने लगा मस्जिद में नमाज
एक बच्चा जो घर पर कहता था कि वह जिम जा रहा है. मगर जब एक दिन उसका पीछा किया गया तो वह मस्जिद में जाते हुए देखा गया. तब खुलासा हुआ कि नाबालिग बच्चा मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ता है. शुरू में ये मामला धर्मांतरण का सामान्य केस लगा. मगर जैसे-जैसे इस केस की जांच होती गई, कई हैरान कर देने वाली परते खुलती गईं.
जांच के दौरान सामने आया कि वीडियो गेम के जरिए बच्चे का ब्रेन वॉश किया गया और उसे धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया गया. जांच में सामने आया कि ऑनलाइन गेम के जरिए बच्चे को इस्लाम के बारे में जानकारी दी गई और गेम में जीतने के बहाने उसे इस्लाम की आयतों को पढ़वाया गया. ऑनलाइन गेम के दौरान ही बच्चे को दुआ के फायदे बताए गए. इसकी कुछ चैट भी पुलिस के हाथ लगी. शुरू में इस मामले में मुंबई निवासी बद्दो और मस्जिद के मौलवी का नाम सामने आया.
इस मामले में पुलिस को बद्दों की तलाश थी. अब पुलिस के हत्थे इस ऑनलाइन गेमिंग धर्मांतरण का मास्टरमाइंड शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो लग गया है. बद्दों की उम्र सिर्फ 23 साल है. बता दें कि बद्दों को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है. यूपी पुलिस आरोपी शाहनवाज को बाई रोड मुंबई से यूपी वापस लाएगी.
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गेमिंग जिहाद में कैसे फंसा बच्चा?
शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि वह और पीड़ित नाबालिग फोर्ट नाईट इस गेमिंग एप के जरिए संपर्क में आए थे. साल 2021 में दोनों की जान पहचान हुई थी. आरोपी ने बताया कि वह दोनों एक दूसरे से बात करने के लिए ‘डिकोड’ प्रणाली का इस्तेमाल करने लगे और फिर दोनों की फोन पर बात होने लगी.
शाहनवाज ने बताया कि साल 2021 के दिसंबर में दोनों ने एक और गेम खेलना शुरू किया. फिर धर्मांतरण की बातें शुरू हुई. जाकिर नाईक के भाषणों पर चर्चाएं होने लगी. बच्चा इस सब से प्रभावित होने लगा और आखिर में आकर उसने इस्लाम के तौर तरीके अपना लिए.
सवाल ये भी है कि 23 साल के शाहनवाज ने आखिर कैसे धर्मांतरण का ऑनलाइन एप के माध्यम से बच्चों का धर्मांतरण का रैकेट कैसे शुरू कर दिया? इसी के साथ इस पूरे मामले में शाहनवाज का साथी गिरफ्तार शाहवेज और गाजियाबाद के मौलवी अब्दुल रहमान का इस धर्मांतरण रैकेट से क्या संबंध है, पुलिस फिलहाल गंभीरता से मामले की जांच कर रही है.
गिरफ्तार आरोपी का कराया गया मेडिकल
गाजियाबाद धर्मांतरण मामले में मुंबई पुलिस ने शाहनवाज खान को गिरफ्तार कर उसकी मेडिकल जांच करवाई है. शाहनवाज मकसूद खान के खिलाफ गाज़ियाबाद के कवि नगर थाने में धर्मांतरण कानून की धारा 3, 5, (1) के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस द्वारा गंभीरता से मामले की जांच की जा रही है.
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