Moradabad News: उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर के पास स्थानीय निवासियों और मुरादाबाद पुलिस के कर्मियों के बीच बुधवार शाम हुई झड़प में एक प्रखंड प्रमुख की पत्नी की मौत हो गई. इस झड़प में उत्तर प्रदेश पुलिस के दो कर्मियों सहित 6 लोग घायल हो गए. एक अधिकारी के मुताबिक, यह झड़प तब हुई, जब ठाकुरद्वार से उत्तर प्रदेश पुलिस का एक दल खनन माफिया जफर की तलाश में जसपुर प्रखंड प्रमुख गुरतेज भुल्लर के घर की तलाशी लेने के लिए भरतपुर गांव पहुंचा था. अधिकारी के अनुसार, पुलिस दल को गुप्त सूचना मिली थी कि खनन माफिया जफर प्रखंड प्रमुख भुल्लर के घर में छिपकर बैठा है. पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. अधिकारी के मुताबिक, सादे कपड़ों में पुलिस दल के सदस्य भुल्लर के घर पहुंचे, जिसके बाद विवाद हो गया. उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें काम से घर लौट रही भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत की मौत हो गई.
ADVERTISEMENT
आपको बता दें कि इससे पहले उत्तराखंड के फॉरेंसिक जॉइंट डायरेक्टर ने कहा था कि क्रॉस फायर के एविडेंस नहीं मिले हैं. सरकारी पिस्टल वाले कारतूस के खोखे मिले हैं. पुलिस की गोली से गुरुप्रीत की मौत हुई है.
वहीं, इस मामले में अब मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने यूपी तक से खास बातचीत में कुछ अहम सवालों के जवाब दिए हैं.
क्या उत्तराखंड पुलिस को सूचना दी गई थी?
“बिलकुल उत्तराखंड पुलिस को सूचना दी गई थी. हमारे पास इसके पुख्ता सबूत हैं कि हमने सूचना दी थी.”
जहां आरोपी ने शरण ली थी क्या वो उसी के लोग थे, या अचानक वो वहां पहुंचा था?
“नहीं वो उसके लोग थे. अगर उसके लोग नहीं होते तो वो अपराधी को पुलिस को दे देते. आरोपी को बचाने के लिए हमारी टीम को बंधक बनाया गया और उनपर हमला किया गया.”
उत्तराखंड के फॉरेंसिक अधिकारी ने बयान दिया है कि गोली एक तरफा चली है?
“पुलिस के असलहे जब उन्होंने लूट लिए तो पुलिस की तरफ से गोली कैसे चल सकती है? पुलिसकर्मीयों के वेपंस काशीपुर पुलिस को उसी घर से बरामद हुए हैं.”
फॉरेंसिक डायरेक्टर का कहना है कि यूपी पुलिस की गोली से गुरुप्रीत की मौत हुई है और उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि बिना हमें लूप में लिए ऑपरेशन किया गया?
“हमारी तरफ से गोली चली ही नहीं है. हमने सूचना दी थी लोकल पुलिस को. हमारे पास पुख्ता सबूत हैं.”
क्या यूपी पुलिस ने उधमसिंह नगर पुलिस को FIR लिखवाई है? जैसा कि आपका दावा है कि यूपी पुलिस को मारा, बंधक बनाया, गोली मारी, असलहा छीने गए?
“हमारे यहां से जफर समेत 30-35 अज्ञात के खिलाफ लूट और जान से मारने का मुकदमा दर्ज किया है. जिन्होंने हमारे पुलिस वालों के साथ ये किया है उनपर कड़ा एक्शन लेंगे और NBW करवाकर अरेस्टिंग भी होगी. “
गौरतलब है कि उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मंजूनाथ टीसी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के दल ने उत्तराखंड पुलिस को कार्रवाई के बारे में पहले से सूचित नहीं किया था. अधीक्षक ने बताया कि मृतक के परिवार द्वारा शिकायत दर्ज करवाने के बाद उत्तराखंड पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के 10-12 कर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
जनसंख्या पर मुरादाबाद MP एसटी हसन का अजीब बयान, बोले- मुस्लिमों को लगेंगे 2 हजार साल…
ADVERTISEMENT