आगरा: पुलिस ने सफाई कर्मी को पीटकर मार डाला? प्रियंका, अखिलेश ने योगी सरकार पर बोला हमला

अरविंद शर्मा

• 07:15 AM • 20 Oct 2021

यूपी के आगरा में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. युवक का नाम अरुण बताया…

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यूपी के आगरा में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. युवक का नाम अरुण बताया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक मृतक अरुण के भाई सोनू की तहरीर पर जगदीशपुर थाने में धारा 302 के तहत अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है. कथित तौर पर पुलिस हिरासत में हुई मौत के इस मामले पर प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव ने सरकार को निशाने पर ले लिया है.

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ऐसी चर्चाएं हैं कि प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने आगरा भी जा सकती हैं. आपको बता दें कि पिछले दिनों जगदीशपुर थाने के माल खाने से 25 लाख रुपये चोरी हो गए थे. पुलिस ने इस मामले में सफाई कर्मचारी अरुण को पकड़ा था. अब युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है.

इससे पहले भी गोरखपुर में कथित तौर पर पुलिस की पिटाई से युवक की मौत के मामले में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की किरकिरी हो चुकी है. अब आगरा मामले पर भी राजनीतिक बयानबाजी सामने आने लगी है.

प्रियंका गांधी ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, ‘किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है. भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है. उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले.’

समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस मामले में प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा सरकार में पुलिस खुद अपराध कर रही है तो फिर अपराध कैसे रुकेगा? आगरा में पहले सांठगांठ कर थाने के मालखाने से 25 लाख की चोरी कराई गई फिर सच छिपाने के लिए गिरफ्तार किए गए सफाईकर्मी की कस्टडी में हत्या स्तब्ध करती है! हत्यारे पुलिस कर्मियों पर हो सख्त कार्रवाई.’

पुलिस का क्या है दावा?

आगरा के एसएसपी ने बताया कि ‘पीएस जगदीशपुरा में थाना मालखाने में नकबजनी हुई थी. इसमें 25 लाख रुपये की चोरी हुई थी. इस मामले में केस दर्ज कर पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों की पूछताछ की थी. पुलिस ने 19 अक्टूबर को अरुण नामक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया. उनकी निशानदेही पर उनके घर से 15 लाख रुपये की रिकवरी हुई है. उसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी. अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस मामले में परिजनों की तरफ से भी केस किया गया है.’ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही जा रही है.

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