1 लाख 21 हजार वोट से जीते जियाउर्र रहमान बर्क फिर संभल में घोड़े पर निकले लोग, आधी रात हुआ जलसा

यूपी तक

05 Jun 2024 (अपडेटेड: 05 Jun 2024, 10:58 AM)

उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. सपा और कांग्रेस के इंडिया गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 43 सीटों पर जीत दर्ज की है. सपा को 37 और कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली है.

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Uttar Pradesh Lok Sabha Election result: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. सपा और कांग्रेस के इंडिया गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 43 सीटों पर जीत दर्ज की है. सपा को 37 और कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली है. एक सीट पर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के चंद्रशेखर आजाद विजयी हुई हैं. बीजेपी को 33 सीटें मिलीं हैं. राष्ट्रीय लोकदल को 2 सीटों पर जीत मिली और अपना दल को एक. सपा को जिन सीटों पर जीत मिली उनमें संभल की एक सीट भी शामिल है. संभल पर पूर्व सांसद शफीकुर्ररहमान बर्क के पोते जियाउर्र रहमान बर्क ने चुनाव जीता है. इस जीत के बाद संभल में देर रात जश्न का नजारा देखा गया. 

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आपको बता दें कि जियाउर्र रहमान बर्क ने इस सीट पर बीजेपी के परमेश्वर लाल सैनी को एक लाख 21 हजार 494 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया है. इस जीत के बाद संभल के अलग अलग इलाकों में आधी रात को सड़कों जश्न हुआ. बड़े-बड़े ढोल और नगाड़े लेकर लोग सड़कों पर निकले और उत्साहित होकर उसे बजाते दिखे. जियाउर्रेहमान बर्क के स्वागत में बीच सड़क पर ही जमकर आतिशबाजी हुईं और सैकड़ों बाइक सवार समर्थकों ने नारेबाजी भी की. 

सपा प्रत्याशी के विजय जुलूस में लोग घोड़ों पर भी सवार होकर पहुंचे थे. आधी रात में सड़कों पर ढोल नगाड़े की थाप पर युवाओं को झूमते देखा गया. 

जीत के बाद यूपी Tak से क्या बोले जियाउर्र रहमान बर्क

बड़े मार्जिन से जीत के बाद बर्क ने जीत का प्रमाण पत्र मिलने के बाद UP Tak से बात की. उन्होंने कहा, 'संभल लोकसभा की सीट ऐतिहासिक वोटों से जीती है, इसके लिए मैं जनता का शुक्रिया अदा करता हूं. दादा की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए जनता तैयार है और जनता चाहती है कि बर्क परिवार के अंदर ही रहनुमाई रहे.' 2019 में शफीकुर्रहमान बर्क की 1 लाख 74 हजार 826 वोट के रिकॉर्ड तक नही पहुंच पाने पर उन्होंने कहा, 'दादा और पोते में बहुत बड़ा फर्क होता है. मैं उनकी औलाद हूं और मैं कभी उनकी बराबरी नहीं कर सकता. आज दादा शफीकुर्ररहमान मान बर्क की सरपरस्ती और दुआओं का नतीजा है ये जीत. उन्हीं के नक्शे कदम पर चलकर आगे बढ़ाने का काम करूंगा मैं.'

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