Uttar Pradesh News : यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए जल्द ही इंटरचेंज का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है. यमुना प्राधिकरण ने इंटरचेंज के निर्माणकार्य की पूरी तैयारी कर ली है. आने वाले इस दिसंबर इंटरचेंज का निर्माणकार्य शुरू हो जाएगा. बताया जा रहा है यह इंटरचेंज 18 महीने के अंदर बनकर तैयार हो जाएगी.
ADVERTISEMENT
ईस्टर्न पेरीफेरल और यमुना एक्सप्रेसवे जल्दी जुड़ेंगे
दरअसल, यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ने की मांग काफी लंबे समय से हो रही थी, जिसको प्राधिकरण से मंजूरी भी मिल गई थी. 2018 में इसको बनाने वाली कम्पनी का भी चयन हो गया था. लेकिन किसानों की मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था. जिसकी वजह से इस इंटरचेंज का शुरू नही हो पाया था, किसानों से कई दौर की मीटिंग के बाद आखिरकार यमुना प्राधिकरण ने किसान की मांग को मान ली. जिसके बाद इस इंटरचेंज के निर्माणकार्य शुरू करने का निर्णय लिया गया है. बता दें कि यह इंटरचेंज जगनपुर अफजलपुर के पास यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़गा.
15 दिसंबर से शुरू होगा इंटरचेंज का काम
इंटरचेंज बनाने के लिए वर्ष 2018 में 75 करोड रुपए में ठेका दिया गया था. अब 5 साल में निर्माण लागत बढ़ गई है, इसका दोबारा आकलन कराया गया है. अब इसके निर्माण पर करीब 123 करोड रुपए खर्च होंगे. बताया जा रहा है कि यमुना एक्सप्रेसवे और पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए कुल चार इंटरचेंज बनेंगे. जिसमे दो उतरने के लिए होंगे और दो ही चढ़ने के लिए होंगे. इसके अलावा बराबर वाली 60 मीटर और 30 मीटर वाली सड़क को भी इससे जोड़ा जाएगा, जिसका फायदा ग्रेटर नोएडा के लोगो को मिलेगा.
18 महीने बाद दौड़ेंगे फर्राटेदार वाहन
यमुना एक्सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा को आगरा जोड़ता है और पेरिफेरल एक्सप्रेसवे हरियाणा पलवल सोनीपत के तरफ जाता है. ऐसे में इंटरचेंज बनने के बाद लोगों को काफी सहूलियत मिलने वाली है. इस इंटरचेंज से लखनऊ, कानपुर , आगरा, मथुरा और वृंदावन की ओर से आने वाले वाहन ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर चढ़कर हरियाणा के पलवल, कोंडली, सोनीपत, पानीपत , फरीदाबाद और जयपुर की ओर आसानी से आ और जा सकेंगे. इसी तरह ईस्टर्न पेरिफेरल से आने वाले वाहनों को घूमना नही पड़ेगा. वो भी यमुना एक्सप्रेसवे का आसानी से इस्तेमाल कर सकेंगे, इंटरचेंज का निर्माणकार्य इसी 15 दिसंबर यानी कल से ही शुरू हो जाएगा. इंटरचेंज बनने के कारण यमुना एक्सप्रेसवे से पेरिफेरल पर जाने के लिए यात्रियों को 22 किलोमीटर लंबा सफर करना पड़ता था उस से राहत मिलेगी.
सामने आई ये जानकारी
यमुना प्राधिकरण के सीईओ आरुनवीर सिंह ने बताया कि, ‘इस प्रोजेक्ट से प्रभावित करीब 100 किसानों को मुआवजा दिया जाना है. मुआवजा वितरण शुरू हो गया है. अब तक 23 किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है. किसानों को मुआवजा देने के बाद करीब 99 हेक्टेयर जमीन मिल जाएगी. इसमें से करीब 14 हेक्टेयर जमीन इंटरचेंज में इस्तेमाल होगी. जबकि इंटरचेंज के निर्माण में करीब 54 हेक्टेयर जमीन लगेगी. इंटरचेंज के लिए बाकी जमीन प्राधिकरण के पास मौजूद है. अरुणवीर सिंह ने बताया कि कुल चार इंटरचेंज बनेंगे दो उतरने के लिए होंगे और दो ही चढ़ने के लिए होंगे. इसके अलावा बराबर वाली 60 मीटर और 30 मीटर वाली सड़क को भी इससे जोड़ा जाएगा. जिसका फायदा यहां के निवासियों को मिलेगा. इससे यहां के सेक्टर भी एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएंगे.’
ADVERTISEMENT
![follow whatsapp](/assets/icons/followWhatsApp.png)