समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गाजीपुर में सभा करके पूर्वांचल की राजनीति को साधने की कोशिश की. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मिशन-2024 का शंखनाद पूर्वांचल के गाजीपुर से किया. अखिलेश यादव ने गुरुवार को गाजीपुर में रैली के बाद शाम में वाराणसी पहुंचे. वहीं वाराणसी में अखिलेश ने सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए कहा कि वो (केशव प्रसाद) डिप्टी सीएम हैं और उनके मुकदमे वापस हुए हैं.
ADVERTISEMENT
अखिलेश यादव ने एक दिन पहले गाजीपुर आए डिप्टी सीएम केशव मौर्य के सपा में गुंडे माफिया वाले बयान पर पलटवार किया और कहा आप से ज्यादा कौन बेहतर समझेगा कि गुंडा कौन है.
यूपी की सियासत में पिछड़ों को लेकर अखिलेश यादव और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. अखिलेश ने डिप्टी सीएम पर तंज कसते हुए कहा, “बीजेपी में जो पिछड़ा चला जाता है, उसकी आत्मा मर जाती है. इस तरह से उनको अपमानित किया जा रहा है. उनको शर्म आनी चाहिए. उन्हें स्टूल पर बैठाया गया है. अखिलेश यादव ने कहा कि यह बड़ी लड़ाई है पांच हजार साल पुरानी है.मुख्यमंत्री जी को असिस्टेंट चाहिए था जो कि उनकी अनुपस्थिति में बोले.” अखिलेश यादव ने कहा कि अगर हम सरकार में होते तो आज प्रदेश में जातिगत जनगणना शुरू करा चुके होते. बता दें कि एक दिन पहले ही यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गाजीपुर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष पर निशाना साधा था. कहा था कि सपा गुंडों की सरकार है.
अखिलेश यादव ने रामचरितमानस की चौपाई पर छिड़े घमासान के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य पर हमला बोला. कहा कि ये लड़ाई पांच हजार साल पुरानी है. सीएम योगी जवाब नहीं देना चाहते, इसलिए अपने असिस्टेंट को आगे करते हैं.
लखनऊ में हो रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को केवल हवा हवाई बताते हुए अखिलेश ने कहा, किसान भाइयो MOU से घबराने की जरूरत नहीं है. ये एमओयू कुछ नहीं होते हैं. अगर आप भी टाई-कोट पहनकर, ड्राइक्लीन वाला सूट पहनकर इनके ऑफिस के सामने निकलोगे तो ये आपसे भी MOU करा लेंगे. सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां भी सवालों का जवाब नहीं देना चाहते, अपने बचाव में दोनों उप मुख्यमंत्रियों को सामने कर रहे हैं.
वहीं, रामचरितमानस की चौपाई पर मचे घमासान के बीच अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री शूद्र की परिभाषा कभी नहीं बता सकते. जब वो अपने पड़ोसी जिले में गए थे और शूद्र बच्चों से मिलना था तो उन्हें साबुन से नहलाया गया था. किसी भी मुख्यमंत्री ने कालिदास मार्ग को गंगाजल से नहीं धुलवाया था. इस सरकार को पहले गंगा जल को आचमन करने लायक बनाना चाहिए.
ADVERTISEMENT