आज गोरखपुर में सीएम योगी और RSS प्रमुख मोहन भागवत के बीच अहम मुलाकात, क्या बात होगी?

यूपी तक

• 08:55 AM • 15 Jun 2024

UP News: लोकसभा चुनावों के बाद पहली बार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाकात होने जा रही है. दोनों के बीच यह मुलाकात गोरखपुर में होगी. इस मुलाकात पर सभी की नजर है. माना जा रहा है कि कई गंभीर और बड़े विषयों पर चर्चा हो सकती है.

Yogi Adityanath, Mohan Bhagwat

Yogi Adityanath, Mohan Bhagwat

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UP News: क्या भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बीच सब कुछ सही चल रहा है? पिछले कई दिनों से ये सवाल लगातार चर्चाओं में बना हुआ है. ये सवाल अब इसलिए भी उठ खड़ा हुआ है, क्योंकि संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने भी अपने एक बयान में भाजपा को अहंकारी करार दिया है. इन कयासों के बीच आज गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बीच एक अहम मुलाकात होने जा रही है.

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दरअसल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का गोरखपुर में प्रशिक्षण शिविर चल रहा है. इस प्रशिक्षण शिविर में खुद आरएसएस चीफ मोहन भागवत भी आए हुए हैं. इसी दौरान आज मोहन भागवत और यूपी सीएम योगी के बीच मुलाकात होने जा रही है. बता दें कि लोकसभा चुनावों के बाद ये पहला मौका है, जब दोनों के बीच मुलाकात हो रही है. ये मुलाकात ऐसे समय में भी हो रही है, जब लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश ने ही भाजपा को बड़ा झटका दिया है. ऐसे में भाजपा की रणनीति और उसके संघ के साथ रिश्तों पर सवाल उठ खड़े हो रहे हैं.

किन मुद्दों पर दोनों के बीच हो सकती है बात?

माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान यूपी में भाजपा के प्रदर्शन और राज्य में संघ की गतिविधियों बढ़ाने को लेकर चर्चा हो सकती है. इसी के साथ आरएसएस के यूपी एजेंडे को लेकर भी दोनों के बीच अहम चर्चा हो सकती है.

दरअसल संघ उत्तर प्रदेश में अपनी गतिविधियों में विस्तार करना चाहता है. माना जा रहा है कि इस बैठक में इसपर भी बात हो सकती है. दूसरी तरफ संघ अपने एजेंडे को लेकर भी सीएम योगी से विस्तार से बात कर सकता है.

इंद्रेश कुमार का बयान चर्चाओं में

इससे पहले संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने भाजपा को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था, जिस पार्टी ने (भगवान राम की) भक्ति की, लेकिन अहंकारी हो गई, उसे 241 पर रोक दिया गया, लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया गया. जिनकी राम में कोई आस्था नहीं थी, उन्हें एक साथ 234 पर रोक दिया गया. 

दरअसल इंद्रेश कुमार सिर्फ संघ के बड़े नेता नहीं बल्कि संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अहम सदस्य भी हैं. ऐसे में उनके इस बयान को काफी गंभीरता से देखा जा रहा है.

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