UP GIS 2023: उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार को लखनऊ आई थीं. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की राष्ट्रपति का अभिनंदन किया. आपको बता दें कि अपने उद्बोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने लखनऊ का संबंध भगवान श्री राम के भाई लक्ष्मण से जोड़ा था. वहीं, राष्ट्रपति मुर्मू के बयान के बाद अब यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी इसी मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की है. उन्होंने कहा,
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“यह सर्वविदित है कि लखनऊ पहले लक्ष्मणपुर ही था. लेकिन अभी कोई पत्रलावली नहीं है, जिसके बिनाह पर नाम बदला जाए.”
ब्रजेश पाठक
गौरतलब है कि राष्ट्रपति मुर्मू ने लखनऊ का संबंध भगवान श्री राम के भाई लक्ष्मण जी से जोड़ते हुए कहा था कि ‘लंबे काल तक इसे लखनपुर के नाम से जाना जाता रहा है.’
इन्वेस्टर्स समिट को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा, “देश की आर्थिक दृष्टि से पहली बार इतनी चर्चा हुई है. आर्थिक मोर्चे पर यूपी जल्द ही नंबर एक पर आ जाएगा. हर उद्योगपति के साथ एक अधिकारी को नोडल की तरह लगाएंगे.”
ब्रजेश पाठक ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर बोला हमला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान ‘सपा सरकार बनने पर रामचरितमानस की विवादित चौपाई हटाई जाएगी’ पर ब्रजेश पाठक ने कहा, “वह हर दिन सिर्फ नीचे जा रहे हैं. ऐसे लोगों को सपा उठती है. लोगों को ध्यान भटकाने के लिए अखबार में आने के लिए इस तरह के बयान देते हैं.”
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने पिछले महीने 22 जनवरी को श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई का जिक्र करते हुए कहा था कि उनमें पिछड़ों, दलितों और महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखी हैं, जिससे करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचती है. लिहाजा इस पर पाबंदी लगा दी जानी चाहिए.
मौर्य की इस टिप्पणी को लेकर काफी विवाद उत्पन्न हो गया था. साधु-संतों तथा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी कड़ी आलोचना की थी. उनके खिलाफ लखनऊ में मुकदमा भी दर्ज किया गया. उनके समर्थन में आए एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने रविवार को श्रीरामचरितमानस के कथित आपत्तिजनक अंश की प्रतियां जलाई थीं.
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