उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को अडाणी समूह के खिलाफ ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले को लेकर यहां धरना-प्रदर्शन किया और मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायधीश से विस्तार से जांच कराने की मांग की.
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सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में कहा गया कि मामले की विस्तार से जांच कराने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी सदन में लगातार संघर्ष कर रही है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार चर्चा के लिए तैयार नहीं है.
बयान के मुताबिक जनता के हित को सर्वोपरि रखते हुए सड़क पर संघर्ष करने का पार्टी ने निर्णय लिया है.
बयान के अनुसार कांग्रेस के आह़वान पर सोमवार की सुबह मकबरा रोड कैसरबाग निकट बेगम हजरत महल (परिवर्तन चौक) से कांग्रेस कार्यकर्ता प्रांतीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री नकुल दुबे, प्रदेश कोषाध्यक्ष शिव पांडेय, प्रदेश महासचिव दिनेश सिंह आदि नेताओं के नेतृत्व में पैदल मार्च करते हुए भारतीय स्टेट बैंक मुख्यालय की ओर बढ़े.
यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकांत पांडेय ने बताया कि इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर तैनात भारी पुलिस बल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया.
पांडेय ने कहा कि इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता बाबू केडी सिंह स्टेडियम के पास धरने पर बैठ गये और अंत में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन पुलिस कमिश्नर लखनऊ के माध्यम से सौंपा गया.
पांडेय ने कहा कि केन्द्र सरकार सदी के सबसे बड़े अडाणी घोटाले पर चुप्पी साधे हुए है.
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